हुज्जतुल इस्लाम वलमुस्लेमीन सिद्दीक़ी ने मजलिस पढ़ी।

जनाब महदी रसूली ने हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम और इमाम ज़ैनुल आबेदीन अलैहिस्सलाम के मसाएब बयान किए और नौहा व मर्सिया पढ़ा।