अलहम्दोलिल्लाह, ईरानी क़ौम इस्लामी इंक़ेलाब की कामयाबी के बाद से आज तक इन बरसों के दौरान, सीधे रास्ते पर ही आगे बढ़ी है और यह सीधा रास्ता इस्लामी उसूलों और बुनियादों पर डटे रहने का रास्ता है। ईरानी क़ौम रूढ़ीवाद की शिकार क़ौम नहीं है, अपने दौर के तक़ाज़ों को समझती है, इल्म पसंद, रिसर्च करने वाली, सोच-विचार से काम लेने वाली और समझदार, हमारी क़ौम इस तरह की है। हर दौर और हर ज़माने के अपने तक़ाज़े होते हैं और हमारी क़ौम ने उन तक़ाज़ों के मुताबिक़ काम किया है। अलहम्दोलिल्लाह, क़ौम आगे बढ़ती रही और यह रास्ता कमाल और तरक़्क़ी का रास्ता है। हम इस बात का दावा नहीं करते कि इस इंक़ेलाब के सबसे बड़े मक़सद यानी सही इस्लामी शिक्षाओं तक पहुंच चुके हैं, नहीं! लेकिन इस रास्ते पर आगे बढ़ रहे हैं, आगे की तरफ़ बढ़ रहे हैं।
इमाम ख़ामेनेई
19/09/2008