इस्लामी इन्क़ेलाब के सुप्रीम लीडर, आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनई ने गुरुवार को क़तर के अमीर शैख़ तमीम बिन हमद आले सानी और उनके साथ आने वाले प्रतिनिधिमंडल से मुलाक़ात में, ईरान और क़तर के बीच राजनैतिक और आर्थिक सहयोग बढ़ाने पर ज़ोर दिया।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने बल देकर कहा कि इस्लामी क्रांति ने यूनिवर्सिटी के लिए जो बड़ा काम किया वह यह था कि उसने ईरानी क़ौम को पहचान देकर यूनिवर्सिटी को उसकी पहचान दी। क्रांति से क़ौम को पहचान, आदर्श होने और स्वावलंबन का ज़ज़्बा दिया और उसके सामने क्षितिज को स्पष्ट किया।
ईरान की इस्लामी लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था के शीर्ष पदाधिकारियों ने मंगलवार 12 अप्रैल 2022 को इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की। इस अवसर अपने संबोधन में आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने देश के सभी मसलों को हल होने के लायक़ बताते हुए इस साल के नारे के अनेक आयामों को बयान किया।
इस्लामी गणराज्य ईरान के शीर्ष अधिकारियों ने मंगलवार 12 अप्रैल की शाम इस्लामी इंक़ेलाब के नेता इमाम ख़ामेनेई से मुलाक़ात की। इस अवसर पर इमाम ख़ामेनेई ने अपने संबोधन में कई बुनियादी विषयों पर प्रकाश डाला।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने ज़रूरतमंद क़ैदियों की रिहाई के लिए ‘दियत सेंटर’के पैंतीसवें ‘गुलरीज़ान फ़ेस्टिवल’ के मौक़े पर इस नेक काम में 1 अरब तूमान (क़रीब 40000 डॉलर) की मदद की है।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता इमाम ख़ामेनेई ने रविवार की शाम पहली रमज़ान को क़ुरआन से लगाव नाम की महफ़िल में तक़रीर की। यह महफ़िल तेहरान में इमाम ख़ुमैनी इमामा बारगाह में आयोजित हुई।
सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने रमज़ान मुबारक के पहले दिन रूहानी प्रोग्राम ‘क़ुरआन से उन्सियत की महफ़िल’ में रमज़ान को, अल्लाह की ख़त्म न होने वाली रहमत के दस्तरख़ान पर मेहमान बनने का महीना बताया जिससे इंसान, मन की पाकीज़गी, क़ुरआन से गहरे लगाव और उसमें ग़ौर-फ़िक्र के ज़रिए फ़ायदा उठा सकता है।
बीते बरसों की तरह इस साल भी रमज़ान के मुबारक महीने के पहले दिन "क़ुरआन की महफ़िल" का आयोजन होगा जिसमें सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई भी शरीक होंगे।
सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने एक हुक्म जारी कर हुज्जतुल इस्लाम क़ाज़ी असकर को हज़रत शाह अब्दुल अज़ीम हसनी के पवित्र रौज़े, इससे संबंधित दूसरे पवित्र स्थलों और दूसरी संबंधित चीज़ों का मुतवल्ली नियुक्त किया।
आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई पहली फ़रवरदीन सन १४०१ हिजरी शम्सी को नए साल की शुरुआत के मौक़े पर ईरानी क़ौम को संबोधित करेंगे। इस स्पीच का लाइव टेलीकास्ट होगा।
सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने नए ईरानी साल 1401 के पहले दिन अपनी लाइव स्पीच में ईदे नौरोज़ और नई हिजरी शम्सी सदी के आग़ाज़ की मुबारकबाद दी। उन्होंने नए साल के नारे की व्याख्या में, ग़रीबी की मुश्किल के हल और सामाजिक इंसाफ़ के साथ आर्थिक तरक़्क़ी हासिल करने का रास्ता नॉलेज बेस्ड अर्थव्यवस्था की ओर हरकत को बताया।
सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने योरोप में स्टूडेंट्स की इस्लामी यूनियन की 56वीं बैठक के नाम एक मैसेज जारी किया जिसमें आपने हालिया राजनैतिक व सैन्य हालात की ओर इशारा करते हुए धड़ेबंदी को पहचानने, सही स्डैंट अपनाने और सत्य के मोर्चे के हित में हालात को मोड़ने में रोल निभाने की तैयारी पर ताकीद की।
विशेषज्ञ परिषद की नवीं औपचारिक बैठक ख़त्म होने पर इस परिषद के अध्यक्ष और सदस्यों ने आज तेहरान में सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की।
सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई, पैग़म्बरे इस्लाम हज़रत मोहम्मद मुस्तफ़ा सल्लललाहो अलैहि व आलेही व सल्लम की बेअसत यानी पैग़म्बरी के एलान के दिन के उपलक्ष्य में ईरानी राष्ट्र सहित पूरे इस्लामी जगत को लाइव संबोधित करेंगे।
इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व आलेही व सल्लम की पैग़म्बरी के एलान के तारीख़ी दिन पर ईरानी राष्ट्र और इस्लामी जगत को टेलिविजन के ज़रिए संबोधित किया।
दुनिया की एटमी एनर्जी की ज़रूरत दिन ब दिन बढ़ती जा रही है। एक दिन हमें भी सिविलियन उद्देश्यों के लिए एटमी एनर्जी की शदीद ज़रूरत पड़ेगी। अगर अभी से हम इस फ़िक्र में नहीं रहेंगे तो कल देर हो जाएगी और हम ख़ाली हाथ होंगे।
सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने तबरेज़ के अवाम के 29 बहमन 1356 हिजरी शम्सी बराबर 18 फ़रवरी सन 1978 के आंदोलन की सालगिरह के मौक़े पर गुरूवार की सुबह पूर्वी आज़बाइजान प्रांत के अवाम को वीडियो लिंक के ज़रिए संबोधित किया। उन्होंने तबरेज़ के अवाम के आंदोलन को पूरी ईरानी क़ौम के आंदोलन की अहम कड़ी और इस्लामी क्रांति की कामयाबी का भूमिका क़रार दिया।
सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई 18 फ़रवरी 1978 को तबरेज़ के अवाम के आंदोलन की सालगिरह पर पूर्वी आज़रबाइजान के अवाम को वीडियो कांफ़्रेंस के ज़रिए ख़िताब करेंगे।
इस्लामी इंक़ेलाब की कामयाबी की सालगिरह की पूर्व संध्या पर सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने 3388 क़ैदियों की सज़ा की माफ़ी या उसमें कमी पर के प्रस्ताव को मंज़ूरी दी।
इस्लामी क्रांति कि कामयाबी के शुरू के दिनों में इमाम ख़ुमैनी रहमतुल्लाह अलैह से एयरफ़ोर्स के कमांडरों की बैअत या वफ़ादारी के संकल्प की ऐतिहासिक घटना की सालगिरह पर, इस्लामी गणराज्य ईरान की एयरफ़ोर्स के कमांडर और जवान, आर्म्ड फ़ोर्सेज़ के सुप्रीम कमांडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात कर रहे हैं।
हर साल 19 दय 1356 हिजरी शमसी बराबर 9 जनवरी 1978 के आंदोलन की बरसी पर तेहरान में इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में क़ुम के हज़ारों लोग सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात करते थे, जो इस साल कोरोना वायरस की वजह से मेडिकल प्रोटोकॉल के मद्देनज़र वर्चुअल रूप में हो रही है।
इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने क़ुम वासियों के ऐतिहासिक आंदोलन की सालगिरह पर क़ुम के अवाम की सभा को विडियो लिंक के ज़रिए संबोधित किया। इस मौक़े पर सुप्रीम लीडर की स्पीच टीवी व रेडियो चैनलों से लाइव टेलीकास्ट हुयी।
19 देय 1356 बराबर 9 जनवरी 1978 क़ुम के अवाम के ऐतिहासिक आंदोलन की आज सालगिरह है।
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा (स.अ.) के शहादत दिवस की मजलिस गुरुवार की रात तेहरान की इमाम ख़ुमैनी इमाम बारगाह में हुई। मजलिस में इस्लामी क्रांति के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई शामिल हुई। जबकि कोविड प्रोटोकोल की वजह से श्रद्धालुओं की आम शिरकत नहीं हुई।