शहीद जनरल क़ासिम सुलैमानी की शहादत के बाद इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर ने एक बड़ा अहम संंदेश जारी किया था, जिसे हम शहीद की बरसी के उपलक्ष्य में पेश कर रहे हैं।
इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने यमन में ईरान के मुजाहिद और सराहनीय सेवाएं अंजाम देने वाले राजदूत हसन ईरलू की शहादत जैसी मौत पर एक संदेश जारी करके शहादत का दर्जा हासिल होने पर बधाई दी और संवेदना प्रकट की है।
इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर ने स्वयं सेवी फ़ोर्स (बसीज) सप्ताह के उपलक्ष्य में एक संदेश में कहा है कि देश की सभी समस्याओं का हल, ऊंचे हौसले, अक़्लमंदी, सही सोच और अल्लाह पर भरोसे से मुमकिन है।
सारी प्रशंसा ब्रह्मांड के पालनहार ईश्वर के लिए है और प्रलय तक ईश्वर का दुरूद व सलाम हो हज़रत मुहम्मद, उनके पवित्र परिजनों और उनके चुने हुए साथियों पर और उन पर जो भलाई के साथ उनका अनुसरण करे।
इस्लामी क्रान्ति के सुप्रीम लीडर ने अफ़ग़ानिस्तान के क़ुन्दूज़ प्रांत में एक मस्जिद में हुए भीषण धमाके के मुजरिमों को सज़ा दिए जाने और ऐसी घटनाओं रोक-थाम की मांग की।
नार्वे में वर्ल्ड ग्रीको रोमन रेसलिंग चैंपियनशिप में ईरान की टीम की शानदार कामयाबी पर इस्लामी क्रान्ति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने बधाई दी है। उन्होंने अपने बधाई संदेश में पहलवानों और उनके कोच का शुक्रिया अदा किया।
सभी फ़ोर्सेज़ के सुप्रीम कमांडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने पुलिस फ़ोर्स सप्ताह के अवसर पर एक संदेश जारी किया जिसमें इस फ़ोर्स को देश की सुरक्षा का एक स्तंभ क़रार दिया है। उन्होंने कोरोना से निपटने समेत लोगों की सेवा करने वाले विभागों को पुलिस की मदद की सराहना करते हुए इस फ़ोर्स में सेवा और कर्तव्य अंजाम देने का स्तर बढ़ाने पर बल दिया।
सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई का संदेश इस तरह हैः