पैग़ाम निम्नलिखित है:

बिस्मिल्लाह-अर्रहमान-अर्रहीम

आध्यात्मिक धर्मगुरु आयतुल्लाह सैयद मुहम्मद अली अलवी गुरगानी के निधन पर मैं क़ुम के धार्मिक शिक्षा केन्द्र, मरहूम के सभी शागिर्दों, चाहने वालों, उनकी तक़लीद करने वालों और विशेष रूप से गुलिस्तान के मोमिन अवाम जो मरहूम और उनके पिता आयतुल्लाह सैयद सज्जाद अलवी मरहूम से ख़ास लगाव रखते थे और ख़ास तौर पर मरहूम के परिवार और उनके बच्चों से संवेदना व्यक्त करता हूं। इस महान धर्मगुरु ने इंक़ेलाब की अनेक घटनाओं और देश के अलग अलग मामलों में वफ़ादारी का सुबूत दिया, हमेशा अवाम के साथ खड़े रहे, इस्लामी व्यवस्था के समर्थक रहे और उन्होंने मूल्यवान योगदान दिया जो अल्लाह की रहमत व करम का ज़रिया बनेगा। अल्लाह से उनके बुलंद दर्जे की दुआ करता हूं और उम्मीद है कि वह अपने पाकीज़ा पूर्वजों के साथ उठाए जाएंगे।

सैयद अली ख़ामेनेई

15 मार्च 2022