05/01/2025
आज अमरीका सीरिया में छावनियां बनाने में जुटा हुआ है, लेकिन यह छावनियां निश्चित तौर पर सीरिया की जवान नस्ल के पैरों तले रौंदी जाएगी। इमाम ख़ामेनेई 1 जनवरी 2025
01/01/2025
आज अमरीकी, सीरिया में एक के बाद एक सैन्य अड्डे बना रहे हैं। निश्चित तौर पर ये अड्डे सीरिया के जवानों के पैरों तले रौंदे जाएंगे।
28/12/2024
सीरिया की जवान नस्ल के पास खोने के लिए कुछ नहीं है। उसकी यूनिवर्सिटी, उसका स्कूल, उसका घर और उसकी ज़िंदगी असुरक्षित है, वह क्या करे? उसे मज़बूत इरादे के साथ उन लोगों के मुक़ाबले में, जिन्होंने इस अशांति की साज़िश रची है और जिन्होंने इस पर काम किया है, डट जाना चाहिए और इंशाअल्लाह वह उसे हराकर रहेगी। इमाम ख़ामेनेई 22 दिसम्बर 2024
24/12/2024
सीरिया की जवान नस्ल को चाहिए कि इच्छा शक्ति से उन लोगों के मुक़ाबले में, जो इस अशांति के योजनाकार और इसे फैलाने वाले हैं, डट जाए और इंशाअल्लाह उन्हें हरा देगी।  
15/12/2024
सीरिया में सिविल वार की आग, जिसके शोले सन 2011 में भड़के थे, बड़ी तेज़ी से विश्व की बड़ी ताक़तों के हस्तक्षेप के मैदान में बदल गयी। इस संकट में बुनियादी और क्रूर रोल अदा करने वाली दुनिया की सबसे बड़ी ताक़त अमरीका था।
12/12/2024
हम गए, हमारी फ़ोर्सेज़ दो वजहों से इराक़ भी गयीं, सीरिया भी गयीं। एक, पाक़ीज़ा रौज़ों की रक्षा करना था। दूसरी वजह सुरक्षा का विषय था। अधिकारी बहुत जल्दी, वक़्त पर समझ गए कि अगर अशांति को वहीं पर रोका न गया तो यह फैलेगी, यहाँ हमारे विशाल मुल्क में अशांति फैल जाएगी।  
12/12/2024
वे रेज़िस्टेंस और रेज़िस्टेंस मोर्चे को सही तरीक़े से नहीं समझते। उस पर जितना भी दबाव डालें, वह उतना ही मज़बूत होता जाएगा। अल्लाह की ताक़त से रेज़िस्टेंस का दायरा अतीत की तुलना में पूरे क्षेत्र में और भी फैल जाएगा।
11/12/2024
जो कुछ सीरिया में हुआ वह अमरीका और ज़ायोनी शासन की एक संयुक्त साज़िश का नतीजा है। सीरिया के ख़िलाफ़ अस्ल षड्यंत्रकारी तत्व और मुख्य कमांड रूम अमरीका और ज़ायोनी सरकार में है।  
11/12/2024
रेज़िस्टेंस मोर्चा ऐसा हैः जितना उससे लड़िएगा, उतना ही उसका दायरा फैलता जाएगा। अल्लाह की ताक़त से, अल्लाह की इजाज़त से ईरान ताक़तवर है और इससे ज़्यादा ताक़तवर होता जाएगा।   
आयतुल्लाह ख़ामेनेईः रेज़िस्टेंस मोर्चा अमरीका को क्षेत्र से खदेड़ देगा और ज़ायोनीवाद को जड़ से उखाड़ देगा

जो कुछ सीरिया में हुआ अमरीकी-ज़ायोनी साज़िश का नतीजा है

11/12/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने, बुधवार 11 दिसम्बर 2024 की सुबह समाज के मुख़्तलिफ़ वर्गों के लोगों से मुलाक़ात में सीरिया की घटनाओं के मुख़्तलिफ़ पहलुओं को बयान किया।
11/12/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने सीरिया की स्थिति में हाल में होने वाले बदलाव के बाद, 11 दिसम्बर 2024 को अवाम की सभा से ख़ेताब में अहम पहुलओं पर रौशनी डाली। (1)
09/09/2023
सीरिया के फ़ूआ और कफ़रिया इलाक़े की एक माँ-बेटी, मोहर्रम के दिनों में ईरान के टीवी चैनल-3 के मोअल्ला प्रोग्राम में शरीक हुईं। मां ने यह आरज़ू ज़ाहिर की थी कि उनकी गुमशुदा बेटियां मिल जाएं और आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से उनकी मुलाक़ात हो जाए। 16 अगस्त 2023 को दोनों ने, टीवी प्रोग्राम की टीम के साथ इस्लामी इंक़ेलाब के नेता से मुलाक़ात की। वेबसाइट KHAMENEI.IR इस संबंध में फ़ूआ और कफ़रिया में आतंकवादी क़ैदियों और उस इलाक़े में नाकाबंदी में घिरे लोगों के तबादले के दिन होने वाली भयानक घटना के बारे में एक संक्षिप्त रिपोर्ट पेश कर रही है।
08/02/2023
#सीरिया और #तुर्किए में भूकंप से प्रभावित होने वाले अपने भाइयों के लिए दुखी हूं। हताहत हो जाने वालों के लिए अल्लाह से मग़फ़ेरत और उनके सोगवारों के लिए सब्र की दुआ करता हूं। इमाम ख़ामेनेई 8 फ़रवरी 2023
08/02/2023
हम सीरिया और तुर्किए में, मुसीबत में फंसे अपने भाइयों की ओर से दुखी हैं। मरने वालों के लिए हम अल्लाह से रहमत व मग़फ़ेरत और उनके सोगवारों के लिए सब्र की दुआ करते हैं।
19/07/2022
ईरान के दौरे पर आए तुर्क राष्ट्रपति रजब तैयब अर्दोग़ान ने सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की।
20/07/2022
तेहरान के दौरे पर आए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतीन ने इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की।
10/05/2022
सीरिया के राष्ट्रपति बश्शार असद ने रविवार को तेहरान का दौरा किया जहां उन्होंने राष्ट्रपति सैयद इब्राहीम रईसी से मुलाक़ात के साथ ही इस्लामी क्रांति के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से भी बड़ी अहम मुलाक़ात की। ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान का कहना है कि इस दौरे की द्विपक्षीय संबंधों और सहयोग के आयाम से बड़ी अहमियत है। साथ ही इस सफ़र के दूसरे भी कई कारण और उद्देश्य हैं।
09/01/2022
ख़ुद हमारे इस ज़माने में भी हमारे इन्हीं शहीद, शहीद सुलैमानी की शहादत सच में एक तारीख़ी और अजीब घटना बन गई। तेहरान में शव यात्रा, किरमान में शव यात्रा, तबरेज़ में शव यात्रा और अनेक शहरों में शव यात्रा। मशहद में शवयात्रा, इराक़ में वह वैभूवपूर्ण शव यात्रा और अगर यह प्रोग्राम होता कि इस शहीद के पवित्र शव को सीरिया व लेबनान ले जाया जाए तो वहां भी यही होता, अगर पाकिस्तान ले जाते तो वहां भी यही घटना घटती। इमाम ख़ामेनेई 9 जनवरी 2022
01/01/2022
इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने 1 जनवरी 2022 की सुबह शहीद क़ासिम सुलैमानी की बर्सी के प्रोग्रामों का आयोजन करने वाली कमेटी और शहीद के परिवार के लोगों से मुलाक़ात में सच्चाई और ख़ुलूस को सुलैमानी विचारधारा का निचोड़, प्रतीक और शिनाख़्त बताया और इलाक़े के युवाओं की नज़र में शहीद सुलैमानी के एक आइडियल की हैसियत अख़तियार कर लेने का हवाला देते हुए कहा कि प्रिय क़ासिम सुलैमानी ईरान की सबसे बड़ी राष्ट्रप्रेमी और इस्लामी जगत की सबसे बड़ी उम्मत प्रेमी हस्ती थे और हैं।(1)
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