सीरिया के फ़ूआ और कफ़रिया इलाक़े की एक माँ-बेटी, मोहर्रम के दिनों में ईरान के टीवी चैनल-3 के मोअल्ला प्रोग्राम में शरीक हुईं। मां ने यह आरज़ू ज़ाहिर की थी कि उनकी गुमशुदा बेटियां मिल जाएं और आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से उनकी मुलाक़ात हो जाए।
16 अगस्त 2023 को दोनों ने, टीवी प्रोग्राम की टीम के साथ इस्लामी इंक़ेलाब के नेता से मुलाक़ात की।
वेबसाइट KHAMENEI.IR इस संबंध में फ़ूआ और कफ़रिया में आतंकवादी क़ैदियों और उस इलाक़े में नाकाबंदी में घिरे लोगों के तबादले के दिन होने वाली भयानक घटना के बारे में एक संक्षिप्त रिपोर्ट पेश कर रही है।
#सीरिया और #तुर्किए में भूकंप से प्रभावित होने वाले अपने भाइयों के लिए दुखी हूं। हताहत हो जाने वालों के लिए अल्लाह से मग़फ़ेरत और उनके सोगवारों के लिए सब्र की दुआ करता हूं।
इमाम ख़ामेनेई
8 फ़रवरी 2023
हम सीरिया और तुर्किए में, मुसीबत में फंसे अपने भाइयों की ओर से दुखी हैं। मरने वालों के लिए हम अल्लाह से रहमत व मग़फ़ेरत और उनके सोगवारों के लिए सब्र की दुआ करते हैं।
सीरिया के राष्ट्रपति बश्शार असद ने रविवार को तेहरान का दौरा किया जहां उन्होंने राष्ट्रपति सैयद इब्राहीम रईसी से मुलाक़ात के साथ ही इस्लामी क्रांति के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से भी बड़ी अहम मुलाक़ात की। ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान का कहना है कि इस दौरे की द्विपक्षीय संबंधों और सहयोग के आयाम से बड़ी अहमियत है। साथ ही इस सफ़र के दूसरे भी कई कारण और उद्देश्य हैं।
ख़ुद हमारे इस ज़माने में भी हमारे इन्हीं शहीद, शहीद सुलैमानी की शहादत सच में एक तारीख़ी और अजीब घटना बन गई।
तेहरान में शव यात्रा, किरमान में शव यात्रा, तबरेज़ में शव यात्रा और अनेक शहरों में शव यात्रा। मशहद में शवयात्रा, इराक़ में वह वैभूवपूर्ण शव यात्रा और अगर यह प्रोग्राम होता कि इस शहीद के पवित्र शव को सीरिया व लेबनान ले जाया जाए तो वहां भी यही होता, अगर पाकिस्तान ले जाते तो वहां भी यही घटना घटती।
इमाम ख़ामेनेई
9 जनवरी 2022
इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने 1 जनवरी 2022 की सुबह शहीद क़ासिम सुलैमानी की बर्सी के प्रोग्रामों का आयोजन करने वाली कमेटी और शहीद के परिवार के लोगों से मुलाक़ात में सच्चाई और ख़ुलूस को सुलैमानी विचारधारा का निचोड़, प्रतीक और शिनाख़्त बताया और इलाक़े के युवाओं की नज़र में शहीद सुलैमानी के एक आइडियल की हैसियत अख़तियार कर लेने का हवाला देते हुए कहा कि प्रिय क़ासिम सुलैमानी ईरान की सबसे बड़ी राष्ट्रप्रेमी और इस्लामी जगत की सबसे बड़ी उम्मत प्रेमी हस्ती थे और हैं।(1)