23/01/2022
धर्मगुरू हुज्जतुल इस्लाम मसऊद आली ने तेहरान में इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में इतिहास रचने वाली तीन तरह की इबादतों के मुक़ाबले में तीन तरह के गुनाहों की व्याख्या की और हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के महान किरदार का ज़िक्र किया।
23/01/2022
इस ईद और जन्म दिन की मुबारकबाद पेश करता हूं। यह भी इस्लाम का एक करिश्मा है कि हज़रत ज़हरा (स.अ.) इस छोटी सी ज़िंदगी में कायनात की औरतों की ‎सरदार बन गईं। यह कैसी शक्ति और कैसी अंदरूनी ताक़त है जो इंसान को छोटी सी मुद्दत में ज्ञान, बंदगी, ‎पाकीज़गी और आध्यात्मिक बुलंदी के महासागर में तब्दील कर देती है। यह भी इस्लाम का करिश्मा है। ‎ इमाम ख़ामेनेई ‎ ‎5 जूलाई 2007‎
23/01/2022
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा (स.अ.) के शुभ जन्म दिवस पर इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता से वक्ताओं, शायरों और ‎मरसिया ख़्वानों की मुलाक़ात
23/01/2022
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के शुभ जन्म दिवस के मौक़े पर रविवार 23 जनवरी 2022 को देश के वक्ताओं, शायरों और अहलेबैत की शान में क़सीदा पढ़ने वालों के एक ग्रुप ने आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से तेहरान में मुलाक़ात की।
23/01/2022
हज़रता फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के शुभ जन्म दिवस के मौक़े पर 23 जनवरी 2022 को देश के वक्ताओं, शायरों और अहलेबैत की शान में क़सीदा और नौहा पढ़ने वालों के एक ग्रुप ने आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से तेहरान में मुलाक़ात की। इस मौक़े पर इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर ने लोगों के बीच स्पीच दी। सुप्रीम लीडर ने अपनी स्पीच के दौरान हज़रत फ़ातेमा ज़हरा (स.अ.) की शख़्सियत के कुछ अहम पहलुओं जैसे सामाजिक सरगर्मियां और अवाम की निःस्वार्थ सेवा की तरफ़ इशारा किया।(1) सर्वोच्च नेता की स्पीचः
22/01/2022
हज़रत ज़हरा पूरी रात इबादत और गिरया करती हैं। इमाम हसन अ.स. सवाल करते हैं कि आपने पूरी रात इबादत की और सिर्फ़ दूसरों के लिए दुआ की। हज़रत ज़हरा स.अ. कहती हैं कि बेटा पहले पड़ोसी फिर घर वाले। इमाम ख़ामेनेई 15 फ़रवरी 2020
21/01/2022
हमें यह बात हमेंशा मद्देनज़र रखनी चाहिए कि दुनिया में हमारी दुश्मनी के मोर्चे में वे दुश्मन भी हैं जो मतभेद की आग भड़काने में ख़ास महारत रखते हैं। वे “फूट डालो राज करो” के उस्ताद हैं। इमाम ख़ामेनेई 9 जनवरी 2022
20/01/2022
जितना मुमकिन हो हमें आपसी फूट की वजहों को कम करना चाहिए। अलबत्ता सोच, तौर तरीक़े, शैली और आदतों में फ़र्क़ पाया जाता है। मगर इन सब को एक दूसरे के ख़िलाफ़ मोर्चा खोल लेने की वजह नहीं बनने देना चाहिए। इमाम ख़ामेनेई 9 जनवरी 2022
19/01/2022
अमरीका में ग़लत अंदाज़े लगाने का सिलसिला लगातार जारी है। दुश्मन के नीति निर्धारक संस्थान वाक़ई ग़ाफ़िल और नाकारा हैं। इमाम ख़ामेनेई 9 जनवरी 2022
18/01/2022
साम्राज्यवाद का स्वभाव इस्लामी गणराज्य जैसी चीज़ को कि जिसका सब कुछ दीन से लिया गया है, बर्दाश्त ही नहीं कर सकता। इमाम ख़ामेनेई 9 जनवरी 2022
18/01/2022
दीनी ग़ैरत और स्वाभिमान का स्रोत बुनियादी तौर पर बसीरत है और बसीरत, अक़्ल और गहरी समझदारी का एक पहलू है जो दीनदारी की गहराई का पता देती है। अकसर मामलों में आप दीनी ग़ैरत को अक़्ल और समझदारी के साथ पाएंगे। इमाम ख़ामेनेई 9 जनवरी 2022
18/01/2022
हमारे मुल्क में पिछले डेढ़ सौ साल के दौरान जो अहम तारीख़ी और समाजी घटनाएं हुईं और जिनमें अवाम मैदान में उतर पड़े, उनमें अकसर घटनाएं वो हैं जिनमें कोई धर्मगुरु, कोई साहसी, मुजाहिद और राजनीति की सूझबूझ रखने वाला आलिम नज़र आता है। इमाम ख़ामेनेई 9 जनवरी 2022
16/01/2022
शहीद क़ासिम सुलैमानी की दूसरी बरसी पर वेबसाइट Khamenei.ir ने आईआरजीसी के चीफ़ कमांडर जनरल हुसैन सलामी से बातचीत में शहीद सुलैमानी की ज़िंदगी और उनकी शहादत के असर की समीक्षा की है।
15/01/2022
एनीमेशनः ‘इंतेक़ाम यक़ीनी है’ दरअस्ल शहीद सुलैमानी के क़त्ल का हुक्म देने वालों और इसे ‎अंजाम देने वालों से इंतेक़ाम के इरादे और संकल्प को बयान करता है। पिछले साल इस्लामी क्रांति ‎के सर्वोच्च नेता की वेबसाइट KHAMENEI.IR ने इसी शीर्षक के साथ एक पोस्टर प्रकाशित किया था। हाल ही में वेबसाइट की तरफ़ से जनरल सुलैमानी के क़ातिलों से इंतेक़ाम के विषय में ‘चैंपियन’ के नाम से एक ‎प्रतियोगिता रखी गई थी। इस प्रतियोगिता का विजेता एनीमेशन प्रकाशित किया जा रहा है।
13/01/2022
मिस्र, इराक़, सीरिया और ईरान के वैज्ञानिकों और विज्ञान की अहम हस्तियों के संदिग्ध एक्सिडेंट, आतंकी हमले, उनकी अजीब और घातक बीमारियां और अचानक मौतें, अमरीका व ज़ायोनी शासन की ओर से इस्लामी देशों में वैज्ञानिकों की हत्या के अनंत क्रिमनल एजेंडे में बदल चुकी हैं। सवाल यह है कि इसका मक़सद क्या है?
13/01/2022
जिन लोगों ने सुलैमानी को शहीद किया, ट्रम्प और उनके जैसे लोग, वह इतिहास में दफ़्न हो जाएंगे, लेकिन सुलैमानी अमर हैं। उनके दुश्मन विलुप्त हो जाएंगे, अलबत्ता इंशाअल्लाह दुनिया में ख़मियाज़ा भुगतने के बाद। इमाम ख़ामेनेई 1 जनवरी 2022
12/01/2022
शहीद मसऊद अली मोहम्मदी की ज़िन्दगी पर एक नज़र
12/01/2022
इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर इमाम ख़ामेनेई ने क़ुम वासियों के ऐतिहासिक आंदोलन की सालगिरह पर क़ुम के अवाम की सभा को विडियो लिंक के ज़रिए संबोधित किया। 9 जनवरी का दिन 1978 में होने वाले क़ुम के अवाम के ऐतिहासिक आंदोलन की सालगिरह है।
09/01/2022
  हर साल 19 दय 1356 हिजरी शमसी बराबर 9 जनवरी 1978 के आंदोलन की बरसी पर तेहरान में इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में क़ुम के हज़ारों लोग सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात करते थे, जो इस साल कोरोना वायरस की वजह से मेडिकल प्रोटोकॉल के मद्देनज़र वर्चुअल रूप में हो रही है।
09/01/2022
  क़ुम में 19 दय 1356 हिजरी शमसी बराबर 9 जनवरी 1978 के आंदोलन की बरसी पर सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने हज़रत मासूमा के रौज़े में एकत्रित लोगों को वीडियो लिंक के माध्यम से संबोधित किया।
09/01/2022
इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने क़ुम वासियों के ऐतिहासिक आंदोलन की सालगिरह पर क़ुम के अवाम की सभा को विडियो लिंक के ज़रिए संबोधित किया। इस मौक़े पर सुप्रीम लीडर की स्पीच टीवी व रेडियो चैनलों से लाइव टेलीकास्ट हुयी।  19 देय 1356 बराबर 9 जनवरी 1978 क़ुम के अवाम के ऐतिहासिक आंदोलन की आज सालगिरह है। 
09/01/2022
ख़ुद हमारे इस ज़माने में भी हमारे इन्हीं शहीद, शहीद सुलैमानी की शहादत सच में एक तारीख़ी और अजीब घटना बन गई। तेहरान में शव यात्रा, किरमान में शव यात्रा, तबरेज़ में शव यात्रा और अनेक शहरों में शव यात्रा। मशहद में शवयात्रा, इराक़ में वह वैभूवपूर्ण शव यात्रा और अगर यह प्रोग्राम होता कि इस शहीद के पवित्र शव को सीरिया व लेबनान ले जाया जाए तो वहां भी यही होता, अगर पाकिस्तान ले जाते तो वहां भी यही घटना घटती। इमाम ख़ामेनेई 9 जनवरी 2022
09/01/2022
इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने क़ुम वासियों के ऐतिहासिक आंदोलन की सालगिरह पर क़ुम के अवाम की सभा को विडियो लिंक के ज़रिए संबोधित किया। 19 देय 1356 बराबर 9 जनवरी 1978 क़ुम के अवाम के ऐतिहासिक आंदोलन का दिन है। सुप्रीम लीडर ने 9 जनवरी 2022 के अपने भाषण में ऐसी ऐतिहासिक घटनाओं की याद को बाक़ी रखना ज़रूरी बताया जिसमें आने वाली नस्लों के लिए गहरे संदेश छिपे हुए हैं। उन्होंने अपने भाषण में बड़े महत्वपूर्ण राष्ट्रीय व क्षेत्रीय मुद्दों पर प्रकाश डाला।
08/01/2022
ईरान की पासदाराने इंक़ेलाब फ़ोर्स ने फ़िलहाल एक जवाबी वार किया और अमरीकी छावनी को अपने मिसाइलों से ‎तबाह कर दिया, ज़ालिम और अहंकारी हुकूमत की अकड़ और इज़्ज़त मिट्टी में मिला दी जबकि उसको दी जाने ‎वाली असली सज़ा इलाक़े से उसकी बेदख़ली है। ‎ इमाम ख़ामेनेई ‎ ‎17 जनवरी 2020‎
08/01/2022
देश भर में इंतेक़ाम की जो मांग जनता की ओर से की गई, यह आवाज़ हक़ीक़त में उन मीज़ाइलों का ईंधन बनी जिन्होंने अमरीकी छावनी को तहस-नहस कर दिया। यह उसकी इज़्ज़त पर चोट थी, अमरीका की दहशत पर चोट थी, इस चोट की भरपाई किसी भी चीज़ से नहीं की जा सकती। इमाम ख़ामेनेई 17 जनवरी 2020
07/01/2022
  हज़रत फ़ातेमा ज़हरा (स.अ.) के शहादत दिवस की मजलिस गुरुवार की रात तेहरान की इमाम ख़ुमैनी इमाम बारगाह में हुई। मजलिस में इस्लामी क्रांति के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई शामिल हुई। जबकि कोविड प्रोटोकोल की वजह से श्रद्धालुओं की आम शिरकत नहीं हुई।
07/01/2022
जब भी जंग में हमें कठिन हालात का सामना होता था, तब हमारा सहारा सिर्फ हज़रत ज़हरा होती थीं। हम बीबी ‎ज़हरा से मदद मांगते थे। मैंने उनकी ताक़त, उनकी मामता जंग के मैदान में देखी!‎
08/01/2022
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के शहादत दिवस के उपलक्ष्य में अज़ादारी की आख़री मजलिस शुक्रवार की रात तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई की शिरकत से आयोजित हुई।
06/01/2022
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के शहादत दिवस पर 250 गुमनाम शहीदों की शवयात्रा निकली। इसी संदर्भ में इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने एक संदेश जारी किया।
06/01/2022
हरान की इमाम ख़ुमैनी इमाम बारगाह में हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा (स.अ.) की शहादत की शब की मजलिस बुधवार की रात हुई जिसमें इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने शिरकत की।
06/01/2022
ईरान वासियों को गर्व करना चाहिए कि उनके बीच एक इंसान एक दूरदराज़ के गांव से उठता है, संघर्ष करता है आत्म निर्माण करता है और पूरे इस्लामी जगत का चैंपियन और जगमगाता चेहरा बन जाता है। इमाम ख़ामेनेई 16 दिसम्बर 2020
05/01/2022
जनरल क़ासिम सुलैमानी 3 जनवरी 2020 को इराक़ के बग़दाद एयरपोर्ट के परिसर में अमरीका के आतंकी हमले में अपने क़रीबी साथी और इराक़ के महान मुजाहिद अबू महदी अलमुहंदिस और कुछ दूसरे साथियों के साथ शहीद हो गए। इस शहादत के बाद ईरान की इस्लामी क्रांति के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने जो सांत्वना संदेश जारी किया वह जनरल सुलैमानी के जीवन कुछ पहलुओं का आईना है।
05/01/2022
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के शहादत दिवस के उपलक्ष्य में शोक कार्यक्रमों का सिलसिला जारी है।
04/01/2022
मैं अपने अज़ीज़ शहीद सुलैमानी को कभी भूल नहीं पाउंगा। इमाम ख़ामेनेई 16 दिसम्बर 2020
04/01/2022
तेहरान की इमाम ख़ुमैनी इमाम बारगाह में हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के शहादत दिवस के उपलक्ष्य में शोक सभाओं का सिलसिला शुरू हो गया है।
03/01/2022
इस्लामी दुनिया में उनके नाम और ज़िक्र का बढ़ता असर साबित करता है कि प्रिय सुलैमानी हक़ीक़त में इस्लामी दुनिया की सतह की हस्ती हैं।  इमाम ख़ामेनेई 1 जनवरी 2022
03/01/2022
शहीद सुलैमानी को दोनों मंज़िलें मिलीं। वह विजयी भी हुए और शहादत भी मिली। इमाम ख़ामेनेई 18 फ़रवरी 2020
03/01/2022
उनका जेहाद बहुत अज़ीम जेहाद था तो अल्लाह ने उनकी शहादत को भी बहुत अज़ीम शहादत बना दिया। इमाम ख़ामेनेई 3 जनवरी 2020