12/03/2024
12/03/2024
रमज़ानुल मुबारक के पहले दिन 12 मार्च 2024 को इमाम ख़ुमैनी इमाम बारगाह में क़ुरआन से उन्सियत की महफ़िल के नाम से एक कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसमें रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने क़ुरआन और तिलावत के विषय पर तक़रीर की। उन्होंने ग़ज़ा की जंग के बारे में भी कुछ बिंदु बयान किए।
11/03/2024
रमज़ान मुबारक का चाँद 29 शाबान (10 मार्च) को नज़र नहीं आया, सोमवार को 30 शाबान है, और मंगलवार 12 मार्च को रमज़ान मुबारक 1445 हिजरी क़मरी का पहला दिन होगा।
11/03/2024
इस्लामी गणराज्य की आर्म्ड फ़ोर्सेज़ के सुप्रीम कमांडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने एक समारोह में मुल्क की फ़ौज के चीफ़ कमांडर मेजर जनरल सैयद अब्दुर्रहीम मूसवी और आईआरजीसी के चीफ़ कमांडर मेजर जनरल हुसैन सलामी को फ़तह का मेडल (मेडल ऑफ़ कंक्वेस्ट) दिया।
11/03/2024
अपनी नौजवानी की क़द्र करें। हमारी जो मसरूफ़ियतें हैं, वो आम तौर पर सांसारिक फ़ायदों से जुड़ी हैं। हमें पूरे दिन में अल्लाह से अकेले में बात करने का मौक़ा नहीं मिलता, उन हस्तियों की बात अलग है जो हमेशा हालते नमाज़ में रहती हैं।
09/03/2024
ग़ज़ा ने पश्चिम के चेहरे से मानवाधिकार की नक़ाब हटा दी।  इमाम ख़ामेनेई  1 नवम्बर 2023
08/03/2024
सरकारों, देशों और क़ौमों से हमारा कोई विवाद नहीं है। हमारा विरोध ज़ुल्म, अतिक्रमण और साम्राज्यवाद से है। हमारा विरोध उन घटनाओं पर है जो आप ग़ज़ा में देख रहे हैं।
08/03/2024
इस्लामी जुम्हूरिया का उदय एक ज़लज़ला था जिसने दो मोर्चों की स्थिति पैदा की। एक लिबरल डेमोक्रेसी का मोर्चा और दूसरा इस्लाम पर आधारित जुम्हूरी मोर्चा। लिबरल डेमोक्रेटिक सिस्टम के नेचर में हमला और अतिक्रमण शामिल है जबकि दीनी लोकतंत्र का सबसे अहम मिशन ज़ुल्म का मुक़ाबला है। इमाम ख़ामेनेई  7 मार्च 2024
08/03/2024
जो हुकूमत इस्लाम की बुनियाद पर क़ायम होती है उसकी कार्यशैली की बुनियाद हैः"न तुम ज़ुल्म करोगे और न तुम पर ज़ुल्म किया जाएगा।" (सूरए बक़रह आयत 279) इमाम ख़ामेनेई  7 मार्च 2024
09/03/2024
एक दूल्हा दुल्हन की नई ज़िन्दगी शुरू हुयी, इश्क़ व मोहब्बत से भरी, ज़िंदगी में आगे बढ़ने व तरक़्क़ी करने की चाह के साथ, लेकिन ग़ज़ा की दुल्हनों के लिए स्थिति अलग तरह की है। किसी माँ के लिए एक नवज़ात के जन्म के आग़ाज़ के क्षण उसकी ज़िंदगी के सबसे ख़ूबसूरत लम्हे होते हैं। ऐसे लम्हें जो इंतेज़ार की लंबी घड़ियों के अंत और उम्मीद और इश्क़ से भरी ज़िंदगी शुरू होने की ख़ुशख़बरी देते हैं। लेकिन ग़ज़ा की माँओं के लिए स्थिति अलग तरह की है। ज़रा कलपना कीजिए एक परिवार के लोग इकट्ठा हैं, बच्चे आस पास खेल में मसरूफ़ हैं और माँ बाप खाना तैयार करने में लगे हैं। खाना तैयार है। माँ बच्चों को आवाज़ देती है कि खाने के लिए आएं, कितना मीठा अनुभव है ये। लेकिन ग़ज़ा की माँओं के लिए स्थिति अलग तरह की है।
07/03/2024
ईरान की संसद मजलिसे शूराए इस्लामी के बारहवें दौर और विशेषज्ञ असेंबली के छठे दौर का चुनाव
07/03/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता का चयन करने और उनके क्रियाकलापों पर नज़र रखने वाले संवैधानिक संस्थान विशेषज्ञ असेंबली के सदस्यों ने गुरूवार 7 मार्च को इस्लामी इंक़ेलाब के नेता से मुलाक़ात की।
ग़ज़ा में जारी क़त्ले आम की ओर इशारा करते हुए आयतुल्लाह ख़ामेनेईः

क़ौमों के अधिकारों पर हमला, लिबरल डेमोक्रेसी की पहचान का हिस्सा है

07/03/2024
07/03/2024
एक क़ौम अपनी सरज़मीन में अत्याचारों का निशाना बनती है, उनकी औरतें, उनके बच्चे, उनके मकानात बेरहमी से मिटाए जाते हैं और कुछ देश रोकना तो दरकिनार इसमें सहयोग करते हैं। अमरीका, ब्रिटेन और कुछ यूरोपीय देश। हम इसके विरोधी हैं। इमाम ख़ामेनेई  7 मार्च 2024
07/03/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने, इस्लामी इंक़ेलाब के नेता का चयन करने और उनके क्रियाकलापों पर नज़र रखने वाली विशेषज्ञ असेंबली के सदस्यों से अपने ख़ेताब में इस्लामी गणराज्य और पश्चिम की लिबरल डेमोक्रेसी के बुनियादी फ़र्क़ पर प्रकाश डाला। आपने कुछ अनुशंसाएं भी कीं।(1)
06/03/2024
ज़ैतून का पेड़ लगाने का मक़सद फ़िलिस्तीन के अवाम से एकजुटता और हमदिली का इज़हार है कि वह जगह ज़ैतून का केन्द्र है और हम दूर से इन मज़लूम, प्यारे और संघर्षशील अवाम को सलाम करना चाहते हैं और कहना चाहते हैं कि हम हर तरह से आपको याद करते हैं। जैसे यही कि आपकी याद में ज़ैतून का पेड़ लगाते हैं। इमाम ख़ामेनेई  5 मार्च 2024
06/03/2024
इस्लामी इक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने वृक्षारोपण दिवस 15 इस्फ़ंद बराबर 5 मार्च और प्राकृतिक संसाधन सप्ताह के मौक़े पर 5 मार्च को 3 पौधे लगाए और इस मौक़े पर संक्षिप्त में बयान दिया। आपने प्रकृति और वृक्षारोपण की अहमियत के बारे में बात की और साथ ही 1 मार्च 2024 को होने वाले संसदीय चुनाव और विशेषज्ञ असेंबली के चुनावों में भरपूर शिरकत पर अवाम का शुक्रिया अदा किया। इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने फ़िलिस्तीनी राष्ट्र की मज़लूमियत और दृढ़ता का ज़िक्र किया।
06/03/2024
फ़िलिस्तीनियों के लिए ज़ैतून आर्थिक पहलू के साथ ही एक प्रतीक भी है। रेज़िस्टेंस का प्रतीक, संयम का प्रतीक और उस सरज़मीन से जुड़ाव का प्रतीक जिसका नाम फ़िलिस्तीन है।
05/03/2024
पश्चिमी सभ्यता ये है। अमरीका और पश्चिम की अमानवीय नीतियों की शर्मनाक स्थिति इस हद को पहुंच गई है कि आपने सुना ही होगा कि अमरीकी एयर फ़ोर्स का अफ़सर आत्मदाह कर लेता है। यानी इस कल्चर में पले बढ़े हुए नौजवान के लिए भी यह बात बहुत भारी है, उसके ज़मीर को भी चोट पहुंचती है।इत्तेफ़ाक़ से किसी एक शख़्स का ज़मीर जाग गया और उसने आत्मदाह कर लिया। पश्चिमी कल्चर ने अपना परिचय करा दिया, अपने चेहरे से नक़ाब हटा दी, अपनी पोल खोल दी कि वो कितना भ्रष्ट है, कितना गुमराह है, कितना ज़ालिम है। आयतुल्लाह ख़ामेनेई 28/2/2024
05/03/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने प्राकृतिक संसाधन सप्ताह और वृक्षारोपण दिवस पर मंगलवार 5 मार्च की सुबह 3 पौधे लगाए।
05/03/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने प्राकृतिक संसाधन सप्ताह और वृक्षारोपण दिवस पर मंगलवार 5 मार्च की सुबह 3 पौधे लगाए जिनमें एक ज़ैतून का पौधा था जो फ़िलिस्तीनी क़ौम के रेज़िस्टेंस की क़द्रदानी का चिन्ह है।
05/03/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने वृक्षारोपण दिवस पर मंगलवार 5 मार्च 2024 को सुबह 3 पौधे लगाने के बाद 1 मार्च के चुनाव में भरपूर भागीदारी पर अवाम का शुक्रिया अदा किया और कहा कि चुनावों में ईरानी क़ौम की शिरकत एक सामाजिक व सांस्कृतिक फ़रीज़े को अदा करना और एक जेहाद था।
05/03/2024
सीस्तान व बलोचिस्तान प्रांत में आने वाली बाढ़ से अवाम को बहुत नुक़सान हुआ है। जो सहायता कार्य चल रहा है, जारी रहे। सहायता टीमें, चाहे वो सरकारी हों या उनके अलावा हों, काम जारी रखें। दूसरे लोग जो इस सहायता में शामिल होना चाहते हैं वो भी शामिल हों। इमाम ख़ामेनेई  5 मार्च 2024
05/03/2024
मतदान में भरपूर शिरकत पर ईरानी क़ौम का शुक्रिया अदा करता हूं। ईरानी क़ौम ने जेहाद किया। क्यों? इसलिए कि तक़रीबन एक साल से ईरानी क़ौम के दुश्मन दुनिया में अलग अलग जगहों से कोशिश में थे कि अवाम को चुनाव से दूर रखें। अवाम ने पोलिंग केन्द्रों पर  पहुँच कर कारनामा अंजाम दिया। इमाम ख़ामेनेई  5 मार्च 2024
04/03/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने सोमवार की सुबह तेहरान में बुज़ुर्ग और ख़िदमत गुज़ार धर्मगुरू आयतुल्लाह इमामी काशानी की नमाज़े जनाज़ा पढ़ाई।
03/03/2024
इस्लामी इंकेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उजमा सैयद अली ख़ामेनेई ने बुजुर्ग धर्मगुरु आयतुल्ला शैख इमामी काशानी के इंतेकाल पर ताज़ियत का पैग़ाम जारी किया।
01/03/2024
चुनाव भरपूर भागीदारी वाले हों। हम अगर दुनिया को यह दिखा सकें कि क़ौम मुल्क के अहम मैदानों में उपस्थित है तो समझिए कि हमने देश को सुरक्षित कर दिया।
01/03/2024
आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने शुक्रवार 1 मार्च को सुबह बारहवीं संसद और छठी विशेषज्ञ असेंबली के चुनावों के लिए, मतदान का वक़्त शुरू होते ही तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में आकर अपना वोट डाला।
01/03/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने 1 मार्च 2024 को सुबह 8 बजे बारहवीं संसद और छठी विशेषज्ञ असेंबली के चुनाव के लिए मतदान का वक़्त शुरू होते ही अपना वोट डाला।
01/03/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता, आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने शुक्रवार 1 मार्च 2024 को संसद और विशेषज्ञ असेंबली के चुनावों के लिए 8 बजे सुबह मतदान का वक़्त शुरू होते ही अपना वोट डाला।
01/03/2024
संसद और विशेषज्ञ असेंबली के चुनाव के लिए मतदान, रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई अपना वोट डालने के लिए इमाम ख़ुमैनी इमाम बारगाह में दाख़िल हुए।
01/03/2024
आज ईरानी क़ौम के शुभचिंतकों और दुश्मनों इसी तरह अहम राष्ट्रीय व राजनैतिक पोज़ीशन रखने वालों की निगाहें ईरान पर केन्द्रित हैं। वह देखना चाहते हैं कि ईरानी जनता इस चुनाव में क्या करती है और उसका नतीजा क्या होता है। इमाम ख़ामेनेई  1 मार्च 2024
29/02/2024
चुनाव राष्ट्रीय और अवामी ताक़त का प्रतीक है। अमरीका, यूरोप पर हावी नीतियां, ज़ायोनी पालीसियां, दुनिया के बड़े पूंजीपतियों और बड़ी कंपनियों की पालीसियां अवाम की भरपूर उपस्थिति से सबसे ज़्यादा डरती हैं। क्यों? क्योंकि उन्हें पता है कि अगर क़ौम मैदान में उतर पड़े तो समस्याओं पर नियंत्रण तय है। इमाम ख़ामेनेई  28 फ़रवरी 2024
29/02/2024
इमाम ख़ामेनेई से पहली बार वोट डालने वालों की मुलाक़ात का आंखों देखा हाल
28/02/2024
संसद और विशेषज्ञ परिषद के चुनाव से पूर्व, पहली बार मताधिकार का इस्तेमाल करने वाले कुछ नौजवानों और शहीदों के घर वालों ने इस्लामी इंक़ेलाब के नेता से मुलाक़ात की।
28/02/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने पहली बार वोट डालने वाले हज़ारों नौजवानों और कुछ शहीदों के घर वालों से बुधवार 28 फ़रवरी को तेहरान में इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में मुलाक़ात की।
28/02/2024
अमरीका की अमानवीय नीतियां इतनी शर्मनाक हो चुकी हैं कि आपने सुना ही होगा कि एक अमरीकी फ़ौजी अफ़सर ने आत्मदाह कर लिया। इसका मतलब यह है कि इस कलचर में पलने वाले नौजवान के लिए भी यह बात बर्दाश्त के बाहर है। इमाम ख़ामेनेई  28 फ़रवरी 2024
29/02/2024
ग़ज़ा में जातीय सफ़ाए के बारे में अमरीका की ग़ैर इंसानी पालीसियां इतनी रुसवा हो चुकी हैं कि अमरीकी फ़ौजी अफ़सर आत्मदाह कर लेता है। इमाम ख़ामेनेई  28 फ़रवरी 2024
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