अल्लाह का शुक्र है कि इस वक़्त इंतेज़ार के विषय पर इल्मी अंदाज़ में काम किया जा रहा है। इंतेज़ार के मसले में बड़े ध्यान से इल्मी अंदाज़ में काम करने की ज़रूरत है। इस सिलसिले में आमियाना और जाहेलाना बातों से बहुत सख़्ती से परहेज़ करना चाहिए। जो चीज़ें ख़तरनाक हो सकती हैं उनमें यही आमियाना, जाहेलाना, मारेफ़त से ख़ाली और ठोस प्रूफ़ व दस्तावेज़ के बिना इमाम महदी अलैहिस्सलाम के बारे में बहस करना है। क्योंकि इस तरह महदवीयत के झूठे दावेदारों के लिए रास्ता खुलता है। ग़ैर आलेमाना, ग़ैर मोतबर, ठोस दलील और प्रूफ़ के बिना बहस हक़ीक़त में वहम व ख़याल है। इस तरह की बातें लोगों को हक़ीक़ी इंतेज़ार से दूर कर देती हैं और झूठे लोगों के लिए रास्ता खुल जाता है। इसलिए इन बातों से सख़्ती के साथ परहेज़ करना चाहिए।

इमाम ख़ामेनेई

09/07/2011