बिस्मिल्लाह-अर्रहमान-अर्रहीम

अल्लाह का सलाम हो मुख़लिस और त्यागी मुजाहिद, प्यारे शहीद अली रज़ा तवस्सुली और उनकी त्यागी, साबेरा और अज़ीम पत्नी मोहतर्मा उम्मुल बनीन पर।

अफ़ग़ान पलायनकर्ताओं के वाक़यात व हालात जो इस किताब में ज़िक्र किए गए हैं किसी और सोर्स से जिस पर इस क़द्र यक़ीन और भरोसा किया जा सके मेरे इल्म में नहीं आए। इनमें कुछ वाक़ई बहुत ग़म-अंगेज़ हैं लेकिन दूसरी तरफ़ 'फ़ातेमीयून' की मुजाहेदाना कारकर्दगी उनके लिए और सभी अफ़ग़ानों के लिए फ़ख़्र की बात है।

जनवरी 2023

सामने वाले पेज की तहरीर बहुत पुर कशिश और असर अंगेज़ है।

 

  1. अज़ीम महिलाओं की ओरल हिस्ट्री या ज़बानी तारीख़ की किताब है जो 'फ़ातेमीयून फ़ोर्स' के कमांडर शहीद अली रज़ा तवस्सुली (अबू हामिद) की पत्नी उम्मुल बनीन हुसैनी की ज़िंदगी को बयान करती है।

लेखन मरयम क़ुरबानज़ादे