ध्यान रहे कि सभी तबक़ों में दुष्ट लोग फैले हुए हैं ताकि अपने आक़ाओं के लिए रास्ता खोल सकें। ये लोग विगत की बुराइयों को फैलाना चाहते हैं। ध्यान रहे कि उन लोगों को अपने बीच फटकने मत दीजिए, उनसे दूरे रहिए। जान लीजिए कि इस्लाम के साथ आप स्वाधीन और आज़ाद रह सकते हैं। क़ुरआन ने आपको आज़ाद क़रार दिया है और क़ुरआन ने आपकी आज़ादी को यक़ीनी बनाया है। जो लोग आपके बीच फूट डालते हैं और ग़लत प्रोपैगन्डा करना चाहते हैं, मज़दूरों के साथ हमदर्दी जताने या किसी और बहाने से, ये लोग क़ौम के ग़द्दार हैं...ये लोग मुल्क में अफ़रा तफ़री चाहते हैं, अराजकता चाहते हैं ताकि ऐसे हालात से फ़ायदा उठाएं। ये लोग अमरीका या दूसरों के एजेंट हैं, ये लोग हमें फिर उसी घुटन और निर्भरता के दौर में ले जाना चाहते हैं। मेरे भाइयों बेदार रहिए! जागरुक और होशियार रहिए! 

इमाम ख़ुमैनी

15/4/1979