इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने 7 नवम्बर 2024 को इस्लामी इंक़ेलाब के नेता का चयन और उनके क्रियाकलापों की निगरानी करने वाली छठी विशेषज्ञ असेंबली 'मजलिसे ख़ुब्रगाने रहबरी' के दूसरे सत्र के समापन पर इस असेंबली के सदस्यों से ख़ेताब किया। (1)
इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता को चुनने वाली सभा "विशेषज्ञ असेंबली" का छठा दौर कुछ देर पहले इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई के पैग़ाम के साथ शुरू हुआ।
ग़ज़ा में ज़ायोनियों के हाथों जातीय सफ़ाए और लिब्रल सरकारों द्वारा उसके समर्थन की तरफ़ इशारा करते हुए इमाम ख़ामेनेई:
इस्लामी इंक़ेलाब के वरिष्ठ नेता का चयन करने वाली विशेषज्ञ असेंबली का छठा दौर 21 मई 2024 को इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई के पैग़ाम के साथ शुरू हुआ। इस पैग़ाम को उनके दफ़्तर के प्रमुख हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन मोहम्मदी गुलपायगानी ने विशेषज्ञ असेंबली में पढ़ा। पैग़ाम इस तरह हैः
सरकारों, देशों और क़ौमों से हमारा कोई विवाद नहीं है। हमारा विरोध ज़ुल्म, अतिक्रमण और साम्राज्यवाद से है। हमारा विरोध उन घटनाओं पर है जो आप ग़ज़ा में देख रहे हैं।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता का चयन करने और उनके क्रियाकलापों पर नज़र रखने वाले संवैधानिक संस्थान विशेषज्ञ असेंबली के सदस्यों ने गुरूवार 7 मार्च को इस्लामी इंक़ेलाब के नेता से मुलाक़ात की।
ग़ज़ा में जारी क़त्ले आम की ओर इशारा करते हुए आयतुल्लाह ख़ामेनेईः
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने, इस्लामी इंक़ेलाब के नेता का चयन करने और उनके क्रियाकलापों पर नज़र रखने वाली विशेषज्ञ असेंबली के सदस्यों से अपने ख़ेताब में इस्लामी गणराज्य और पश्चिम की लिबरल डेमोक्रेसी के बुनियादी फ़र्क़ पर प्रकाश डाला। आपने कुछ अनुशंसाएं भी कीं।(1)