हुज्जतुल इस्लाम वलमुस्लेमीन जनाब नासिर रफ़ीई ने मजलिस पढ़ी। उन्होंने हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा की सीरत में वक़्त के सही इस्तेमाल को अपनी मजलिस का विषय बनाया और वक़्त के सही इस्तेमाल को नुक़सान पहुंचाने वाले कुछ तत्वों जैसे योजना के अभाव, अनुशासनहीनता, प्राथमिकता के अभाव और जल्दबाज़ी को गिनवाते हुए कहा कि हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा नीयत और पाकीज़ा जज़्बे, प्राथमिकताओं के निर्धारण और वक़्त के सही इस्तेमाल द्वारा अपनी छोटी लेकिन बरकतों से भरी ज़िंदगी में, इस्लामी समाज और परिवार की बहुत बड़ी और प्रभावी सेवा कर सकीं और सत्य बात को बयान करने, लोगों को जागरुक बनाने और विलायत की रक्षा में प्रभावी क़दम उठा सकीं।

जनाब मीसम मुतीई ने हज़रत ज़हरा की शान का नौहा और मर्सिया पढ़ा।