बिस्मिल्लाह अर्रहमान अर्रहीम

मिल्लते ईरान के अपराधी और दुष्ट दुश्मनों ने फिर त्रास्दी अंजाम दी और किरमान में शहीदों के मज़ार की ख़ुशबुओं में डूबी फ़ज़ा में अज़ीज़ अवाम की एक बड़ी तादाद को शहीद कर दिया।

ईरानी क़ौम शोक में डूब गई और बहुत से परिवार अपने अज़ीज़ों और दिल के टुकड़ों के ग़म में डूब गए। संगदिल अपराधी, अवाम का अपने अज़ीम कमांडर शहीद क़ासिम सुलैमानी के मज़ार की ज़ियारत का इश्क़ और शौक़ बर्दाश्त न कर पाए। वो याद रखें कि सुलैमानी की प्रकाशमान राह के सिपाही भी उनकी इस पस्ती और अपराध को बर्दाश्त नहीं करेंगे।  

बेगुनाहों के ख़ून में डूबे हाथ हों या वो दुष्ट और शैतानी दिमाग़ जिन्होंने इन तत्वों को इस गुमराही की तरफ़ ढकेला, वो इसी वक़्त से न्यायपूर्ण दमन और सज़ा के निश्चित लक्ष्य बनेंगे। वो याद रखें कि इस तरह त्रास्दी अंजाम देने पर उन्हें इंशाअल्लाह बड़े सख़्त जवाब का सामना करना पड़ेगा।

मैं शोक में डूबे परिवारों के ग़म में शामिल और उनके साथ हूं और अल्लाह से उनके लिए सब्र व संयम की दुआ करता हूं। शहीदों की पाकीज़ा रूह इंशाअल्लाह शहीदों की मां हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा की मेहमान क़रार पाए। इस घटना के घायलों से हमदर्दी ज़ाहिर करता हूं और अल्लाह की बारगाह में उनके स्वास्थ्य की विनती करता हूं।

सैयद अली ख़ामेनेई

3 जनवरी 2024