हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा के शहादत दिवस की मुनासेबत से शनिवार की रात तेहरान में पहली मजलिस का आयोजन हुआ, जिसमें इस्लामी इन्क़ेलाब के नेता सैय्यद अली ख़ामनेई और कुछ शहीदों के परिवार शरीक हुए।
इस मजलिस (शोकसभा) में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मशहूर क़ारी हुसैन फ़रदी ने पहले क़ुरआन मजीद की तिलावत की जिसके बाद मशहूर वक्ता हुज्जतुल इस्लाम सिद्दीक़ी ने मजलिस पढ़ी। इसी तरह जनाब मोहम्मद रज़ा ताहेरी ने हज़रत फ़ातेमा ज़हरा का मर्सिया और नौहा पढ़ा। क़ाबिले ज़िक्र है कि कोरोना की बीमारी में कमी आने के बावजूद, हेल्थ प्रोटोकॉल पर अमल के मद्देनज़र, तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में आयोजित होने वाले इस प्रोग्राम में, बड़ी तादाद में लोगों की शिरक़त मुमकिन नहीं है, बल्कि शहीदों के फ़ैमिली मेम्बर्स सहित सीमित तादाद में लोग शरीक हो रहे हैं।