सवालः अगर नमाज़े जमाअत की कोई लाइन इतनी लंबी हो जाए कि इमामे जमाअत या सामने वाली लाइन (सफ़) नज़र न आए, क्या ऐसी हालत में लाइनों के बीच इत्तेसाल बाक़ी रहता है?
जवाबः इस जमाअत की लाइन में इत्तेसाल बरक़रार है।