ना महरम से किसी भी तरह का राबेता जैसे चैट, एसएमएस, टेलीफ़ोन ‎या रूबरू गुफ़तुगू अगर गुनाह की आशंका हो, (गुफ़तुगू के दौरान गुनाह ‎हो रहा हो या गुफ़तुगू के नतीजे में गुनाह में पड़ने की आशंका हो) तो ‎हराम और गुनाह है। हर बालिग़ के लिए वाजिब है कि जब सिन्फ़े ‎मुख़ालिफ़ (औरत का मर्द से और मर्द का औरत से) कोई राबेता हो तो ‎शरीयत के नियमों का ख़याल रखे और हर उस अमल से परहेज़ करे ‎जिस में जिन्सी लज़्ज़त शामिल हो या गुनाह में पड़ने की आशंका हो।