09/04/2024
रहमान अल्लाह की आम रहमत है जिसका दायरा संसार की सभी चीज़ों पर फैला हुआ है लेकिन कम मुद्दत के लिए यानी क़यामत से पहले तक, रहीम यानी अल्लाह की वो रहमत जो मोमिनों से मख़सूस है और किसी ख़ास वक़्त तक सीमित नहीं है बल्कि हमेशा है।
09/04/2024
सवालः अगर किसी शहर में शव्वाल (ईद) का चाँद दिखाई न दे लेकिन रेडियो और टीवी पर चाँद के नज़र आने की ख़बर दी जाए तो क्या ये काफ़ी है या और छानबीन करना वाजिब है? जवाबः अगर उस ख़बर से यक़ीन हासिल हो जाए या चाँद होने का इत्मेनान हो जाए या वलीए फ़क़ीह की ओर से चाँद होने का हुक्म जारी किया गया हो तो ये काफ़ी है और छानबीन की ज़रूरत नहीं है।
09/04/2024
रहबरे इंक़ेलाब इस्लामी आयतुल्लाह ख़ामेनेई के कार्यालय ने एक बयान जारी किया है कि बुधवार 10 अप्रैल 2024 को शौवाल महीने का पहला दिन और ईदे फ़ित्र है। 
03/04/2024
अगर सारे बच्चों को भी क़त्ल कर दिया तो कोई ग़म नहीं फ़िरऔन को क़त्ल करने के लिए मूसा ज़िंदा रहेगा
01/04/2024
हमारा ध्यान रहे, हमें बिना हड्डी के फिसलने वाले इस शारीरिक अंग ज़बान की ओर से चौकन्ना रहना चाहिए और जान लेना चाहिए कि ये बहुत अहम है।
01/04/2024
अमीरुल मोमेनीन अलैहिस्सलाम की पूरी ज़िंदगी सरापा ख़ालिस जेहाद है। बचपन में इस्लाम लाने से लेकर 63 साल की उम्र में शहादत तक ज़िंदगी का एक भी लम्हा ख़ालिस जेहाद से ख़ाली नहीं। इस्लाम के इतिहास में इतनी सेवाएं करने वाली कोई और हस्ती नहीं है। इमाम ख़ामेनेई 20 मई 1987
26/03/2024
शेर में पैग़ाम होना चाहिए। जो अच्छा पैग़ाम हो सकता है वह दीन का पैग़ाम है, अख़लाक़ का पैग़ाम है और सभ्यता पैग़ाम है। इमाम ख़ामेनेई  25 मार्च 2024
25/03/2024
जब भूखा खाना खा लेता है तो जी भर जाता है और जब प्यासा पानी पी लेता है तो जी भर जाता है लेकिन अल्लाह के पैग़म्बर फ़रमाते हैं कि नमाज़ से मेरा जी कभी नहीं भरता।
22/03/2024
सहर का वक़्त, अल्लाह से अकेले में बात करने का वक़्त है। हमें इस वक़्त की, इस मौक़े की क़द्र समझना चाहिए, ख़ास कर आप लोगों को जो जवान हैं।
22/03/2024
हज़रत ख़दीजा शुरू से इस्लाम पर ईमान लाईं। उन्होंने अपनी सारी दौलत दावते इस्लाम और इस्लाम के प्रचार पर ख़र्च कर दी। अगर हज़रत ख़दीजा की मदद न होती तो शायद इस्लाम के सफ़र और इस्लाम के प्रचार में बड़ी रुकावट पेश आती। बाद में रसूले ख़ुदा और दूसरे मुसलमानों के साथ शेअब-ए-अबू तालिब में जाकर रहीं और वहीं उन्होंने आख़िरी सांस ली। इमाम ख़ामेनेई 27 जून 1986
21/03/2024
आप बहुत देखते हैं ऐसे जवानों को जो दुनिया से चले जाते हैं। तो इस सफ़र की मंज़िल निश्चित नहीं है कि आप जो आगे बढ़ रहे हैं, आप का कहाँ तक आगे बढ़ना और कहाँ गिरना तय है।
20/03/2024
हम ख़याल रखें कि अपने काम में, अपनी बातों में, अपने वादों में सच्चे रहें, ये चीज़ अमल से समझ में आती है, ज़िंदगी में होने वाले बदलाव से समझ में आती है।
19/03/2024
ख़याल रखो कि तुम्हारी लड़खड़ाहट तुम्हारे मुंह के बल गिर पड़ने का कारण न बन जाए, लड़खड़ाहट तो हो ही जाती है लेकिन ख़याल रखो कि गिर न पड़ो।
18/03/2024
अमरीका, इस्लामी इंक़ेलाब को मानने के लिए क्यों तैयार नहीं है? इसलिए कि उसके हित ख़तरे में पड़ जाएंगे। इस वक़्त भी वो कह रहा है, खुलकर बिना किसी झिझक के कह रहा है कि ईरान के इस्लामी इंक़ेलाब और इस्लामी गणराज्य ने इलाक़े में हमारे हित को ख़तरे में डाल दिया है।
17/03/2024
आज के काल को कल पर न टालो, जो कुछ तुम्हें लगता है कि अंजाम देना ज़रूरी है, उसे आज ही कर डालो, अगर कल हुआ तो कल के ख़ुद अपने काम होंगे।
12/03/2024
रमज़ानुल मुबारक के पहले दिन 12 मार्च 2024 को इमाम ख़ुमैनी इमाम बारगाह में क़ुरआन से उन्सियत की महफ़िल के नाम से एक कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसमें रहबरे इंक़ेलाब आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने क़ुरआन और तिलावत के विषय पर तक़रीर की। उन्होंने ग़ज़ा की जंग के बारे में भी कुछ बिंदु बयान किए।
24/04/2023
रमजान का महीना अल्लाह के सामने गिड़गिड़ाने का महीना भी है और जेहाद का महीना भी। इस्लाम के आग़ाज़ में जंगे बद्र और फ़त्हे मक्का रमज़ान में थी। हालिया बरसों में क़ुद्स दिवस ईरानी क़ौम के संघर्ष का दिन रहा और इस साल बड़े पैमाने पर दूसरे राष्ट्रों ने भी इसमें साथ दिया। इमाम ख़ामेनेई 22 अप्रैल 2023
19/04/2023
ऐ परवरदिगार! मोहम्मद व आले मोहम्मद के सदक़े में हमें, जो मुल्क के किसी भी इलाक़े और क्षेत्र में हैं, तौफ़ीक़ दे कि तेरी मर्ज़ी व ख़ुशी के मुताबिक़ कर्म करें।
18/04/2023
ऐ परवरदिगार! तुझे मोहम्मद व आले मोहम्मद का वास्ता इस मुबारक महीने के आख़िरी दिनों में पूरी ईरानी क़ौम पर मेहरबानी व रहमत नाज़िल कर। इस्लामी दुनिया को, शिया जगत को अपनी ख़ुसूसी मेहरबानी से नवाज़।
17/04/2023
ऐ परवरदिगार! तुझे मोहम्मद व आले मोहम्मद का वास्ता, तू अपनी ख़ुशनूदी के असबाब हमें अता कर। इस मुबारक महीने में हमें अपनी रमहत और मग़फ़ेरत से महरूम न कर।
16/04/2023
ऐ परवरदिगार! तुझे मोहम्मद व आले मोहम्मद का वास्ता हम सबको ग़फ़लत की नींद से जगा दे।
15/04/2023
ऐ परवरदिगार! हम में से हर एक की, हमारी क्षमता भर, हमारी पोज़ीशन के मुताबिक़ और उस रोल के मुताबिक़ जो हम अदा कर सकते हैं, असत्य के मोर्चे के ख़िलाफ़, सत्य के मोर्चे की जीत में मदद कर।
14/04/2023
ऐ परवरदिगार! हमें उस रास्ते की जो ईरानी क़ौम की व्यापक हिदायत का सबब बने और इस्लामी दुनिया की इज़्ज़त का सबब बने, हिदायत कर।
13/04/2023
ऐ पालने वाले! ईरानी क़ौम की तरक़्क़ी की सच्ची नीयतों और आशिक़ दिलों, हक़ीक़त के आशिक़ों को उनकी उमंगों और बड़ी आरज़ूओं को पूरी करने की ताक़त दे।
12/04/2023
पालने वाले! हमें भटकने और गुमराही से बचा। ऐ परवरदिगार! ईरानी क़ौम के हाथों को उसके दुश्मनों से ज़्यादा ताक़तवर बना दे, उसे उसके दुश्मनों पर फ़तह दे।
11/04/2023
ऐ परवरदिगार! मोहम्मद व आले मोहम्मद के सदक़े में, थोपी गयी जंग के शहीदों की पाक आत्माओं को और बलिदान देने वालों की यादों को हमारे मन और हमारे इतिहास में अमर कर दे।
10/04/2023
ऐ परवरदिगार! इन दिनों और इन रातों की बरकत का वास्ता, अमीरुल मोमेनीन अलैहिस्सलाम के पाक ख़ून की बरकत का वास्ता, हमारी क़ौम को दिन ब दिन सच्ची नजात व कामयाबी के क़रीब कर दे।
09/04/2023
पालने वाले! हमारे भाइयों को, चाहे वे दुनिया में जहाँ भी हैं, कामयाब कर। ऐ परवरदिगार! इस्लाम के दुश्मनों को और मुसलमान क़ौमों के दुश्मनों को, वे दुनिया में जहाँ कहीं भी हैं, रूसवा और नाकाम कर।
09/04/2023
वेस्ट को ईरानी महिलाओं से कोई हमदर्दी नहीं बल्कि दुश्मनी है। क्योंकि अगर महिलाओं की भागीदारी न होती तो इस्लामी इंक़ेलाब हरगिज़ कामयाब न होता। वाक़ई वेस्ट का औरतों के अधिकारों का दावा करना अच्छा नहीं लगता। आज भी पश्चिमी देशों में महिलाओं को बड़ी अहम मुश्किलों का सामना है। इमाम ख़ामेनेई 5 अप्रैल 2023
07/04/2023
ऐ परवरदिगार! तुझे हज़रत फ़ातेमा के हक़ का वास्ता हमें फ़ातेमी ज़िन्दा रख और फ़ातेमी हालत में मौत अता कर। ऐ परवरदिगार! तुझे मोहम्मद व आले मोहम्मद का वास्ता हमें फ़ातेमी महशूर कर।
06/04/2023
इमाम हसन अलैहिस्सलाम कि, जिन्हें करीमे अहलेबैत कहा जाता है, शुभ जन्म दिवस की पूर्व संध्या पर फ़ारसी साहित्य की अहम हस्तियों और शायरों ने इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई से बुधवार की शाम मुलाक़ात की।
06/04/2023
ऐ परवरदिगार! तुझे मोहम्मद व आले मोहम्मद का वास्ता! इस्लामी दुनिया को उसके हितों के बारे में जागरुक बना दे और मुसलमान अवाम, इस्लामी जगत, मुसलमान क़ौमों और मुसलमान शासकों की तरक़्क़ी और मसलेहत की राह की हिदायत कर।
05/04/2023
ऐ अल्लाह! हम तेरे सबसे बड़े नाम के वास्ते से तुझसे मांगते हैं, या अल्लाह, या रहमान, या रहीम, ऐ दिलों को पलटने वाले, हमारे दिलों को अपने दीन पर क़ायम रख।
04/04/2023
ऐ परवरदिगार! ईरानी क़ौम पर अपनी मदद नाज़िल कर। ऐ पालने वाले! इस्लामी उम्मत पर अपनी मदद नाज़िल कर। ऐ परवरदिगार! इस्लामी दुनिया में फ़ितना फैलाने वालों को ज़लील, अपमानित, बदनाम और रुस्वा कर दे।
04/04/2023
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने 13 रमज़ानुल मुबारक 1444 हिरी क़मरी बराबर  4 अप्रैल 2023 को देश के उच्चाधिकारियों की एक बड़ी तादाद से मुलाक़ात में रमज़ान के महीने की अहमियत पर रौशनी डाली। आपने देश के हालात और आर्थिक स्थिति पर विस्तार से चर्चा की। इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने पश्चिमी देशों की तरफ़ से दुश्मनी की नीतियों का भी जायज़ा लिया। (1)
03/04/2023
ऐ परवरदिगार! मोहम्मद व आले मोहम्मद का वास्ता, इस रमज़ान के महीने को ईरानी क़ौम के लिए और इस्लामी उम्मत के लिए बरकत का रमज़ान क़रार दे।
03/04/2023
रमज़ान का महीना, दुआ का महीना है। दुआओं को मत भूलिए। रमज़ान के महीने के लिए जो दुआएं बतायी गयी हैं, वे उन नेमतों व मौक़ों में से हैं, जिनकी क़द्र करनी चाहिए। यह दुआए अबू हमज़ा सुमाली, दुआए इफ़्तेताह, दुआए जौशन कबीर और दूसरी दुआएं जो रमज़ान के महीने के दिनों, रातों और दूसरे ख़ास वक़्त के लिए बतायी गयी हैं, हक़ीक़त में अल्लाह की बड़ी नेमतों में से हैं।  इमाम ख़ामेनेई 23/02/1993
02/04/2023
पालने वाले! हमारे गुनाहों को माफ़ कर दे। हमारी नाफ़रमानियों, इसराफ़ और ज़्यादतियों को बख़्श दे। ऐ परवरदिगार! मोहम्मद व आले मोहम्मद का वास्ता, अपने वली और हुज्जत (इमाम महदी) की क़ुबूलशुदा दुआओं को हमारे शामिले हाल कर दे।
01/04/2023
ऐ परवरदिगार! हम तुझे मोहम्मद व आले मोहम्मद की क़सम देते हैं कि हमारे मुल्क में हमारे शहीदों की याद को दिन ब दिन और ज़िन्दा कर दे।
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