पवित्र डिफ़ेंस सप्ताह के पाँचवें दिन, बुधवार 25 सितम्बर की सुबह, पवित्र प्रतिरक्षा और रेज़िस्टेंस के मैदान में सक्रिय रहे हज़ारों लोग और सीनियर सैनिक इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े पहुँचकर रहबरे इंक़ेलाबे इस्लामी आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई से मुलाकात करेंगे।
पाकीज़ा डिफ़ेन्स का इतिहास एक पूंजी है, इस पूंजी को मुल्क की तरक़्क़ी के लिए, क़ौमी तरक़्क़ी के लिए, हर क़ौम के सामने मौजूद मुख़्तलिफ़ मैदानों में आगे बढ़ने की तैयारी के लिए इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
जंजान के शहीदों की याद मनाने वाली कमेटी के सदस्यों और कुछ शहीदों के घरवालों ने इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से 16 अक्तूबर को मुलाक़ात की।