इस्लामी क्रांति के नेता ने गुरुवार, 26 सितम्बर 2024 को पाकीज़ा डिफ़ेंस सप्ताह के अवसर पर और डिफ़ेंस के शहीदों को श्रद्धांजली अर्पित करने के दिन "रोज़े मेहमानिये लालेहा" के अवसर पर एक संदेश जारी किया है।
उन्होंने अपने संदेश में लिखा है कि शहीदों की याद मनाना और उन्हें श्रद्धांजली अर्पित करना, ईरानी राष्ट्र की प्रगति और क्रांति के लक्ष्यों के रास्ते से न भटकने की गारंटी है।
यह संदेश, जिसे पूरे ईरान में शहीदों की कब्रों की सफ़ाई, उन पर इत्र के छिड़काव और फूल बरसाने के कार्यक्रम के साथ ही तेहरान के बहिश्ते ज़हरा कब्रिस्तान के गुलज़ारे शोहदा में, शहीदों और पाकीज़ा डिफ़ेंस में शामिल बलों के मामलों में वलीये फ़क़ीह के प्रतिनिधि हुज्जतुल इस्लाम वल मुसलमीन मूसवी मुक़द्दम द्वारा पढ़ा गया, इस प्रकार है:
बिस्मिल्लाह अर्रहमान अर्रहीम
पाकीज़ा डिफ़ेंस सप्ताह, ऊँचे दर्जे वाले शहीदों की याद से देश के माहौल को नूरानी बनाने का एक अच्छा अवसर है। यह याद और श्रद्धांजली, ईरानी राष्ट्र की प्रगति के मार्ग की सुरक्षा और क्रांति के लक्ष्यों से न भटकने की गारंटी है और इसकी अहमियत को समझा जाना चाहिए।
ग़फ़लत और रोज़मर्रा की ज़िन्दगी की व्यस्तताएँ, हमेशा हमारे साथ हैं। हमें इन स्वाभाविक बातों को, नूरानियत और पवित्रता के इस स्रोत से दूर करने की अनुमति नहीं देनी चाहिए। सब जानने वाले और सर्वशक्तिमान अल्लाह की मदद की उम्मीद के साथ।
सैयद अली ख़ामेनेई
26 सितम्बर 2024