आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई ने बुज़ुर्ग धर्मगुरू हुज्जतुल इस्लाम वलमुस्लेमीन अलहाज शैख़ मोहसिन अली नजफ़ी के इंतेक़ाल पर एक पैग़ाम जारी करके, पाकिस्तान के उलमा और मदरसों को ताज़ियत पेश की।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता का पैग़ाम इस तरह हैः
बिस्मिल्लाह अर्रहमान अर्रहीम
इन्ना लिल्लाहे व इन्ना इलैहे राजेऊन
बुज़र्ग धर्मगुरू हुज्जतुल इस्लाम वलमुस्लेमीन जनाब अलहाज शैख़ मोहसिन अली नजफ़ी के इंतेक़ाल की ख़बर से दुख व अफ़सोस हुआ।
मैं आदरणीय धर्मगुरू के इंतेक़ाल पर पाकिस्तान के ओलमा, मदरसों और मरहूम के घरवालों और चाहने वालों ख़ास तौर पर बलतिस्तान के सम्मानीय शियों की सेवा में ताज़ियत पेश करता हूं और अल्लाह से आज़ाद सोच के मालिक आलिमे दीन के लिए मग़फ़ेरत और दरजों में बुलंदी के अलावा सभी घरवालों के लिए सब्र और अज्र की दुआ करता हूं।
सैय्यद अली ख़ामेनेई
10/01/2024
याद रहे कि आयतुल्लाह मोहसिन अली नजफ़ी पाकिस्तान के महान धर्मगुरू और क़ुरआन मजीद के व्याख्याकारों में से एक थे जिन्होंने नजफ़ में मरहूम आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ूई और शहीद मोहम्मद बाक़िर अस्सद्र जैसी इल्मी हस्तियों से इल्म हासिल किया। मरहूम "जामए अहलुल बैत" और "जामए अलकौसर" जैसे बड़े मदरसों के संस्थापक, पाकिस्तान में अहलुल बैत अलैहेमुस्सलाम असेंबली की उच्च परिषद के अध्यक्ष, उसवा एजुकेशन सिस्टम के संस्थापक और इसी तरह कई प्राइवेट कालेजों के संस्थापक थे।