बिस्मिल्लाह अर्रहमान अर्रहीम

बहादुर और विद्वान फ़ौजी कमांडर जनरल अब्बास नीलफ़ुरूशान रहमतुल्लाह अलैह, बैरूत के ज़ाहिया इलाक़े पर ख़बीस ज़ायोनी सरकार के हमलों में अपने खालिक़ से जा मिले।
अल्लाह की राह के इस मुजाहिद पर अल्लाह और उसके औलिया का सलाम और रहमत हो।
अल्लाह की राह में शहादत, उनके लिए जिन्होंने अपनी पूरी ज़िंदगी इस्लाम का परचम लहराने के लिए जेहाद में गुज़ार दी, एक अज़ीम इनाम है।
मैं इस अज़ीम शहीद के सम्मानीय घर वालों और उनके सम्मानीय सहयोगियों की सेवा में बधाई और संवेदना पेश करता हूँ और अल्लाह से सबके लिए फ़ज़्ल व करम की दुआ करता हूँ।
सैयद अली ख़ामेनेई
1 अक्तूबर 2024