सज़ाएं माफ़ करने और उनमें कमी करने की तजवीज़ न्यायपालिक के प्रमुख की ओर से पेश की गई थी। न्यायपालिक प्रमुख ने इस्लामी इंक़ेलाब के नेता को लिखे गए ख़त में आम अदालतों, इंक़ेलाब अदालतों, आर्म्ड फ़ोर्सेज़ के अदालती संस्थान से और इसी तरह विभागीय कार्रवाई के तहत सज़ा पाने 2284 क़ैदियों की सज़ाएं माफ़ करने या उनमें कमी करने या उन्हें बदलने का प्रस्ताव दिया था।