स्कूली बच्चों ने जो अरबईन की ज़ियारत के लिए रवाना होने वाले थे इस्लामी इंक़ेलाब के नेता को मुहब्बत से भरा ख़त लिखा और उनसे दर्ख़्वास्त की कि ज़ियारत को ज़्यादा नतीजा बख़्श बनाने के लिए कुछ नसीहतें करें।

बच्चों के ख़त के जवाब में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने अरबईन की पैदल ज़ियारत को 'मुक़द्दस राहपैमाई' का नाम दिया और स्कूली बच्चों से कहा कि इस पैदल ज़ियारत में अल्लाह से तवस्सुल और उसकी तरफ़ तवज्जो, इसी तरह इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के जेहाद के बारे में विचार करने का मौक़ा हाथ से जाने न दें।

स्कूली बच्च़ों का ख़तः

सेवा में

मेहरबान और जान से ज़्यादा प्यारे पिता इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई

सलामुन अलैकुम

ख़ुदाए करीम के करम और हज़रत अमीरुल मोमेनीन और इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की मदद से आपके कुछ फ़रज़ंदों को सामूहिक रूप से अरबईन की ज़ियारत के लिए जाने का मौक़ा मिला है।

माननीय व मेहरबान पिता! हमारी गुज़ारिश है कि इस रूहानी सफ़र के मौक़े पर इस ज़ियारत को बेहतरीन अंदाज़ में अंजाम देने और इस क़ीमती पैदल ज़ियारत को ज़्यादा से ज़्यादा नतीजा बख़्श बनाने के लिए अपनी शफ़क़तों से भरी रहनुमाई और इनायतों से हमें नवाजें।

हमारा यह समूह और आपके सारे बच्चे और चाहने वाले हमेशा आपके क़ीमती और गौरवशाली वजूद के लिए दुआ करते हैं।

इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने इस ख़त के जवाब में लिखाः

बिस्मिल्लाह-अर्रहमान-अर्रहीम

प्यारो! आपकी ज़ियारत क़ुबूल हो। इस 'मुक़द्दस राहपैमाई' में तवज्जो और तवस्सुल का मौक़ा, इसी तरह इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के जेहाद, उनके लक्ष्य और अल्लाह ने उनकी महान क़ुरबानी को जो बरकतें दीं उनके बारे में ग़ौर करने का मौक़ा हाथ से जाने न दीजिए।

वही लक्ष्य हर मोमिन इंसान का मक़सद होना चाहिए। अल्लाह से तौफ़ीक़ और हिदायत की दुआ कीजिए और इस मक़सद की राह में मज़बूत क़दमों से डटे रहिए।

सैयद अली ख़ामेनेई