सवालः अगर मैं किसी को नमाज़ ग़लत तरीक़े से पढ़ते देखूं तो मेरा शरई फ़रीज़ा क्या है?

जवाबः अगर वह ग़लती नमाज़ के बातिल होने की वजह बन रही हो तो ज़रूरी है कि सही बात बतायी जाए।