आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने शहीदों की क़ब्रों पर जाकर 28 जून 1981 की घटना और उसी साल ‎‎30 अगस्त को प्रधान मंत्री कार्यालय में होने वाले धमाके के शहीदों के मज़ारों पर पहुंच कर पूर्व ‎संसद सभापति शहीद बहिश्ती, पूर्व राष्ट्रपति शहीद रजाई, पूर्व प्रधानमंत्री शहीद बाहुनर और उनके साथ ‎शहीद होने वालों को श्रद्धांजलि पेश की।

आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने इसी तरह नेश्नल सेक्युरिटी के तहत अपनी ड्यूटी के समय शहीद ‎होने वाले आरमान अली वेर्दी, पवित्र स्थलों की रक्षा करने वाले शहीदों, कुछ अज्ञात शहीदों और ‎मेडिकल विभाग में अपने फ़र्ज़ को अंजाम देने के दौरान शहीद होने वाले कुछ दूसरे लोगों की क़ब्रों ‎पर पहुंच कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।