सवालः अहलेबैत अलैहिमुस्सलाम के फ़ज़ायल व मसाएब बयान करते हुए ज़बाने हाल से (अपने तसव्वुर के मुताबिक़) कुछ कहने का क्या हुक्म है?

जवाबः अगर ये बात साफ़ हो कि बोलने वाला वह बात ज़बाने हाल से बयान कर रहा है और वह अहलेबैत अलैहिमुस्सलाम के शायाने शान भी हो तो कोई हरज नहीं है।