लोगों का सरगर्म रहना बहुत ज़रूरी है। आप देख रहे हैं कि छोटे बड़े शैतान लोगों को बहकाने के चक्कर में हैं जैसा कि उनके सरग़ना ने कहा थाः “मैं ज़रूर इन सबको बहका कर रहूंगा।” (सूरए साद, आयत 82) तो ये, लगातार लोगों को बहकाने में व्यस्त हैं, उन मीडिया साधनों के ज़रिए, जिन्होंने आज किसी भी बात को, किसी भी झूट को फैलाना, हर ग़लत बात को संवारना और उसका तर्क पेश करना बहुत आसान बना दिया है। ये लोग, लगातार समाज के ज़ेहन में कुछ न कुछ उंडेलते रहते हैं, बहकाते रहते हैं ताकि लोगों को उस ईमान से, उस यक़ीन से, उस आशा से, उस आत्मविश्वास से दूर कर दें, उन्हें निराश कर दें। दुश्मन ये कर रहा है।

इमाम ख़ामेनेई

10 मार्च 2022