09/03/2024
एक दूल्हा दुल्हन की नई ज़िन्दगी शुरू हुयी, इश्क़ व मोहब्बत से भरी, ज़िंदगी में आगे बढ़ने व तरक़्क़ी करने की चाह के साथ, लेकिन ग़ज़ा की दुल्हनों के लिए स्थिति अलग तरह की है। किसी माँ के लिए एक नवज़ात के जन्म के आग़ाज़ के क्षण उसकी ज़िंदगी के सबसे ख़ूबसूरत लम्हे होते हैं। ऐसे लम्हें जो इंतेज़ार की लंबी घड़ियों के अंत और उम्मीद और इश्क़ से भरी ज़िंदगी शुरू होने की ख़ुशख़बरी देते हैं। लेकिन ग़ज़ा की माँओं के लिए स्थिति अलग तरह की है। ज़रा कलपना कीजिए एक परिवार के लोग इकट्ठा हैं, बच्चे आस पास खेल में मसरूफ़ हैं और माँ बाप खाना तैयार करने में लगे हैं। खाना तैयार है। माँ बच्चों को आवाज़ देती है कि खाने के लिए आएं, कितना मीठा अनुभव है ये। लेकिन ग़ज़ा की माँओं के लिए स्थिति अलग तरह की है।
29/11/2023
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने बुधवार को पूरे मुल्क से 'बसीज' (स्वयंसेवी बल) के हज़ारों की तादाद में आए हुए सदस्यों से मुलाक़ात में इस फ़ोर्स को इमाम ख़ुमैनी की क़ीमती यादगार बताया और कहा कि इमाम ख़ुमैनी का ख़ुद के बसीजी होने पर फ़ख़्र करना, इस फ़ोर्स के आला दर्जे को प्रमाण है।
29/11/2023
#बसीज (स्वयंसेवी फ़ोर्स) की एक ख़ासियत इसका सीमाओं तक सीमित न रहने का पहलू है। वही ‘अंतर्राष्ट्रीय रेज़िस्टेंस के बीज’ जिनकी बशारत इमाम ख़ुमैनी ने दी थी आज इस इलाक़े का मुस्तक़बिल तय कर रहे हैं। इसकी एक मिसाल यही #तूफ़ान_अलअक़सा है। इमाम ख़ामेनेई 29 नवम्बर 2023
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