19/01/2025
आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने रविवार 19 जनवरी 2025 की रात में ईरान के 2 बड़े अहम जजों हुज्जतुल इस्लाम वलमुस्लेमीन अलहाज शैख़ अली राज़ीनी और आक़ाए अलहाज शैख़ मोहम्मद मोक़ीसा की नमाज़े जनाज़ा पढ़ाई। न्यायपालिका के इन दोनों बहादुर जजों को शनिवार को उनके कार्यालय में शहीद कर दिया गया।
19/01/2025
इस्लामी इंक़ेलाब के नेताआयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने रविवार 19 जनवरी 2025 की रात में ईरान के 2 बड़े अहम जजों हुज्जतुल इस्लाम वलमुस्लेमीन अलहाज शैख़ अली राज़ीनी और आक़ाए अलहाज शैख़ मोहम्मद मोक़ीसा की नमाज़े जनाज़ा पढ़ाई।
01/08/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई आज सुबह 8: 30 पर तेहरान यूनिवर्सिटी के परिसर में फ़िलिस्तीन के प्रतिरोध के महान मुजाहिद, शहीद इस्माईल हनीया की नमाज़े जनाज़ा पढ़ाएंगे।
22/05/2024
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा इमाम ख़ामेनेई की इमामत में बुधवार 22 मई 2024 को तेहरान यूनिवर्सिटी में इस्लामी गणराज्य के मरहूम राष्ट्रपति सैयद इब्राहीम रईसी और उनके सम्मानीय साथियों की नमाज़े जनाज़ा अदा की गयी।
28/12/2023
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई ने गुरुवार की सुबह महान शहीद, सैय्यद रज़ी मूसवी के पावन शरीर पर सूरए फ़ातेहा की तिलावत की और शहीद की जनाज़े की नमाज़ पढ़ाई।
28/12/2023
आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने गुरूवार की सुबह आईआरजीसी के कमांडर शहीद सैय्यद रज़ी मूसवी की नमाज़े जनाज़ा पढ़ाई और उनके लिए फ़ातेहा पढ़ा।
24/02/2023
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने शहीद मुर्तज़ा मुतह्हरी की पत्नी की नमाज़े जनाज़ा पढ़ाई।
23/12/2022
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने तहरीके इंक़ेलाब के ज़माने के अपने पुराने साथी डाक्टर अब्बास शैबानी की नमाज़े जनाज़ा पढ़ाई और फ़ातेहा ख़्वानी की।
23/12/2022
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने तहरीके इंक़ेलाब के ज़माने के अपने पुराने साथी डाक्टर अब्बास शैबानी की नमाज़े जनाज़ा पढ़ाई और फ़ातेहा ख़्वानी की। नमाज़े जनाज़ा में मरहूम के घरवाले और रिश्तेदार शरीक थे। डाक्टर अब्बास शैबानी इंक़ेलाब आंदोलन के पुराने संघर्षकर्ताओं में थे जिनका 22 दिसम्बर 2022 की शाम इंतेक़ाल हो गया। इंक़ेलाब काउंसिल के सदस्य, संविधान असेंबली के सदस्य, कृषि मंत्री और संसद के पांच दौर के निर्वाचित सदस्य के रूप में डाक्टर शैबानी ने देश और अवाम की ख़िदमत की। डाक्टर शैबानी तेहरान युनिवर्सिटी के चांसलर भी रहे।