16/02/2025
क़ौम पर हज़रत इमाम महदी (उन पर हमारी जानें क़ुर्बान) की मेहरबान नज़र हमारी ज़िंदगी पर और हमारे अमल पर बड़ा असर रखती है
16/02/2025
दुनिया के अंत के क़रीब मुक्तिदाता के प्रकट होने के बारे में सभी इब्राहीमी धर्म एकमत हैं।
16/02/2025
इमाम महदी जिन पर हमारी जानें क़ुर्बान, दुनिया के ज़ालिमों का गरेबान पकड़ेंगे और ज़ुल्म के महलों को ढा देंगे।
13/12/2024
इमाम महदी की हुकूमत का सबसे अहम नारा है, न्याय व इंसाफ़। इमाम महदी पूरी दुनिया को, किसी एक जगह को नहीं, न्याय से भर देंगे और हर जगह न्याय व इंसाफ़ क़ायम कर देंगे। इमाम महदी के बारे में जो रवायतें हैं, उनमें भी यही बात मिलती है। इसलिए इमाम महदी के ज़ाहिर होने का इंतेज़ार करने वालों की पहली अपेक्षा, पहले चरण में न्याय व इंसाफ़ क़ायम होना है। इमाम ख़ामेनेई 22/10/2002
06/12/2024
इमाम महदी का ज़ाहिर होना जिस चीज़ की ख़ुशख़बरी देता है वह एकेश्वरवादी दुनिया है जिसका निर्माण न्याय की बुनियाद पर और उन सभी सलाहियतों को इस्तेमाल करते हुए की गयी जो अल्लाह ने इंसान के वजूद में रखी हैं, हज़रत इमाम महदी अलैहिस्सलाम के ज़ाहिर होने का ज़माना ऐसा ज़माना होगा। वह एकेश्वरवादी समाज का ज़माना है, सही मानी में न्याय और अध्यात्म के पूरी तरह प्रभुत्व का ज़माना है। इमाम ख़ामेनेई 09/07/2011
22/11/2024
इमाम महदी अलैहिस्सलाम हमारी इलतेजा और अल्लाह की बारगाह में उन्हें सिफ़ारिश का वसीला क़रार दिए जाने की गुज़ारिश को सुनते हैं और हमारी इलतेजा को क़ुबूल भी करते हैं। हम अपने सुनने वाले से जो हमसे दूर है, अपने दिल का हाल बयान करते हैं तो इसमें कोई हरज नहीं है। अल्लाह सलाम करने वालों और पैग़ाम देने वालों का पैग़ाम और सलाम इमाम महदी तक पहुंचाता है। यह वसीला क़रार देना और यह आध्यात्मिक लगाव अच्छा और ज़रूरी काम है। इमाम ख़ामेनेई 09/07/2011
06/09/2024
आज इंसान का मन यह जानने, समझने और यक़ीन करने के लिए तैयार है कि एक अज़ीम इंसान आएगा और इंसानियत को ज़ुल्म व सितम से मुक्ति दिलाएगा। यह वही चीज़ है जिसका वादा पैग़म्बरे इस्लाम सल्लललाहो अलैहि वआलेही वसल्लम के ज़रिए क़ुरआन मजीद में किया गया है। "और वह उन पर से संगीन बोझ उतारता और बंदिशें खोलता है।" (सूरए आराफ़, आयत-157) इमाम ख़ामेनेई 24/11/1999
10/08/2024
इंसान की अस्ली और पसंदीदा ज़िंदगी, हज़रत इमाम महदी अलैहिस्सलाम के ज़ाहिर होने के वक़्त से शुरू होगी। इंसानियत लगातार रास्ता तय कर रही है ताकि राजमार्ग तक पहुंच सके, यह राजमार्ग, इमाम महदी अलैहिस्सलाम का ज़माना है, हज़रत इमाम महदी अलैहिस्सलाम के ज़ाहिर होने का ज़माना है। हक़ीक़त में इंसान की अस्ल और पसंदीदा ज़िंदगी इस राजमार्ग से शुरू होगी और इंसानियत उस वक़्त एक रास्ते पर आएगी और वह रास्ता सीधा रास्ता है जो उसे पैदाइश की मंज़िल तक पहुंचाएगा। इमाम ख़ामेनेई 11/06/2014
25/02/2024
बेशक एक सबसे अज़ीम दुआ इमाम महदी अलैहिस्सलाम के ज़ुहूर की दुआ है। इमाम ख़ामेनेई
09/03/2023
हज़रत इमाम महदी अलैहिस्सलाम - हमारी जानें उन पर क़ुरबान हों - के ज़ाहिर होने और उनके वजूद का अक़ीदा रखने वाले कभी मायूसी व नाउम्मीदी का शिकार नहीं होते। वे जानते हैं कि यह सूरज निश्चित तौर पर निकलेगा और इन अंधेरों को मिटा देगा। इमाम ख़ामेनेई 12/5/2017
07/03/2023
हे इमाम महदी! यह हमारे लिए बहुत सख़्त है कि हम इस दुनिया में और इस की असीम प्रकृति में, जिसका ताल्लुक़ अल्लाह के बंदों से है, अल्लाह के दुश्मनों को तो देखें, अल्लाह के दुश्मन के कामों को तो देखें लेकिन आपको न देखें और क़रीब से आपकी ज़ियारत का गौरव हासिल न कर पाएं।
23/12/2022
इमामे ज़माना का सिपाही बनने के लिए, अपने किरदार को संवारने की ज़रूरत है...