यमन के अंसारुल्लाह आंदोलन के प्रवक्ता जनाब मोहम्मद अब्दुस्सलाम ने मंगलवार 30 जुलाई 2024 की शाम को इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई से तेहरान में मुलाक़ात की। इस मुलाक़ात में इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने अंसारुल्लाह के नेता जनाब अब्दुल मलिक बदरुद्दीन को दुरूद व सलाम का पैग़ाम दिया। इसी तरह यमनी अवाम की दृढ़ता और ग़ज़ा के मज़लूम अवाम को उनके सपोर्ट की सराहना की।
सन 2023 ऐसी स्थिति में ख़त्म हुआ कि क़ाबिज़ ज़ायोनियों के ज़ुल्म व अपराध के सामने फ़िलिस्तीनी मुजाहिदों की बहादुरी और ग़ज़ा की औरतों और बच्चों की दृढ़ता दिन प्रतिदिन बढ़ती रही और नए साल में भी जारी है। इस दौरान ज़ायोनी शासन के ख़िलाफ़ एक नया मोर्चा खुल गया है जिससे न सिर्फ़ यह कि इस शासन की विश्व स्तर पर साख पहले से ज़्यादा कलंकित हुयी बल्कि उस पर भारी आर्थिक बोझ भी पड़ा है।
युक्रेन के मसले में सबने यूरोप की नस्ल परस्ती देखी। वे खुले आम इस बात पर दुख ज़ाहिर करते हैं कि इस बार जंग मध्यपूर्व में नहीं बल्कि यूरोप में छिड़ गयी है। दूसरे लफ़्ज़ों में यूं कहें कि अगर जंग और क़त्लेआम मध्यपूर्व में हो तो ठीक है।
ईरान की इस्लामी लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था के शीर्ष पदाधिकारियों ने मंगलवार 12 अप्रैल 2022 को इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की। इस अवसर अपने संबोधन में आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने देश के सभी मसलों को हल होने के लायक़ बताते हुए इस साल के नारे के अनेक आयामों को बयान किया।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता इमाम ख़ामेनेई ने मंगलवार 12 अप्रैल 2022 की शाम को इस्लामी शासन व्यवसथा के उच्चाधिकारियों से मुलाक़ात में कहा कि देश के सामने मौजूद सारे मुद्दे हल होने के क़ाबिल हैं। उन्होंने नए साल के नारे का विवरण पेश किया। सुप्रीम लीडर ने फ़िलिस्तीनी इलाक़ों में फैली जागरूकता और फ़िलिस्तीनी युवाओं की कार्यवाहियों की सराहना की। उन्होंने सऊदी अधिकारियों को यमन की जंग बंद करने की नसीहत की।(1)
इस्लामी क्रांति के नेता की स्पीच का हिंदी अनुवादः