पैग़म्बरे इस्लाम की बेसत के ख़ज़ानों में से एक दृढ़ता है। दृढ़ता मंज़िल तक पहुंचने का राज़ है। आप की दुनियावी या आख़ेरत से मुतल्लिक़ जो भी मंज़िल है दृढ़ता के ज़रिए वहां तक पहुंचना मुमकिन है। इसके बग़ैर मुमकिन नहीं।
इमाम ख़ामेनेई
18 फ़रवरी 2023
आज फिर एक अहम मसला फ़िलिस्तीन का है। एक क़ौम, एक मुल्क मुकम्मल तौर पर क़ब्ज़े में है वह भी आम इंसानों नहीं बल्कि वहशी, ख़बीस और शैतानी फ़ितरत के इंसानों के क़ब्ज़े में। इस्लामी हुकूमतें सिर्फ़ देख रही हैं, तमाशबीन बनी हुई हैं।
इमाम ख़ामेनेई
18 फ़रवरी 2023
इस साल 11 फ़रवरी को इस्लामी इंक़ेलाब की सालगिरह पर इंशाअल्लाह यह स्पष्ट पैग़ाम दुश्मनों तक पहुंचे कि राष्ट्रीय एकता को ख़त्म करने की कोशिशें नाकाम रहीं, अवाम को एक दूसरे से और उन्हें हुकूमत से अलग करना मुमकिन नहीं।
इमाम ख़ामेनेई 8 फ़रवरी 2023
आप प्यारी बच्चियों को यह सिफ़ारिश करना चाहता हूं कि इसी बचपन के दौर से ख़ुदा-ए-मेहरबान की दोस्त बन जाइए। अल्लाह से कैसे दोस्ती की जाती है? अल्लाह से दोस्ती का एक रास्ता यही है कि आप नमाज़ में तवज्जो रखिए कि आप अल्लाह से बात कर रही हैं।
इमाम ख़ामेनेई
3 फ़रवरी 2023
इराक़ को उसके वास्तविक मक़ाम तक पहुंचाने के लिए मुल्क के अंदरूनी गलियारों और धड़ों का इत्तेहाद व तालमेल और जोश व जज़्बे से भरे इराक़ी नौजवानों की सलाहियतों का भरपूर इस्तेमाल ज़रूरी है।
इमाम ख़ामेनेई
29 नवम्बर 2022