आयतुल्लाह ख़ामेनेई के नाम इस ख़त में आया हैः जनाबे आली के विवेकपूर्ण व प्रभावशाली नेतृत्व में कुछ मुद्दत के लिए सम्मानजनक तरीक़े से धैर्य का प्रदर्शन होने के बाद, आईआरजीसी फ़ोर्स के ताक़तवर हाथों पहली अक्तूबर की शाम को अतिग्रहित फ़िलिस्तीन के केन्द्र को, इस्लामी जगत और अल्लाह की फ़ौज के क्रोध की आग का निशाना बनाया गया जिससे शहीदों के दुखी घरानों, बेघर फ़िलिस्तीनियों और दुनिया के सभी आज़ाद सोच रखने वालों के दिलों को सुकून मिला और क़ुद्स शरीफ़ के बहादुर मुजाहिदों को विश्व साम्राज्यवाद की अवैध संतान मनहूस ज़ायोनी सरकार को ख़त्म करने तक उससे मुक़ाबला जारी रखने का नया हौसला मिला और संकल्प मज़बूत हुआ। 

हम लोग, जो क़ुरआन और इस्लामी शिक्षाओं का का परिचय कराने वाले सेवकों, एकता और हक़ बात को बयान करने के जेहाद के रास्ते वर चलने वालों के तौर पर मुल्क के इमामे जुमा व जमाअत और अहले सुन्नत प्रचारकों पर आधारित हैं, तेहरान की हालिया जुमे की नमाज़ में जनाबे आली के मार्गदर्शक और दुश्मन का हौसला तोड़ने वाले ख़ुतबों की दिल की गहराई से क़द्रदानी करते हैं, इमाम ख़ुमैनी और शहीदों की उमंगों से अपने अहद व प्रतिबद्धता को दोहराते हैं और उस महान हस्ती का अनुसरण करते हुए, क़ाबिज़ व बच्चों की हत्यारी सरकार के ख़िलाफ़ इस्लामी गणराज्य ईरान की क़ाबिले फ़ख़्र आर्म्ड फ़ोर्सेज़ और आईआरजीसी के कामयाब आप्रेशन वादए सादिक़-2 पर, दूरदर्शी नेता और अल्लाह की राह में जेहाद करने वालों और इस राह के कमांडरों की सेवा में शुक्रिया अदा करते हैं और यह बताता चाहते हैं कि हमारे दिल को इससे सुकून मिला। 

7 अक्तूबर 2024