दक्षिणी लेबनान पर ज़ायोनी शासन के बर्बरतापूर्ण हमले के बाद, जो इस इलाक़े के मोमिन, मज़लूम, महरूम और प्रतिरोध करने वाले अवाम को भारी जानी व माली नुक़सान पहुंचने का सबब बना है, इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने इस बात की इजाज़त दी है कि मोमिन इंसान शरई रक़म ख़ुम्स में सहमे इमाम की आधी रक़म से दक्षिणी लेबनान के मुसलमानों की मदद करें।