ख़िदमत गुज़ार शहीदों; मरहूम राष्ट्रपति हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन सैयद इब्राहीम रईसी, मरहूम विदेश मंत्री जनाब डॉक्टर हुसैन अमीर अबुल्लाहियान, तबरीज़ के इमामे जुमा हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन मरहूम आले हाशिम, पूर्वी आज़रबाइजान प्रांत के गवर्नर मरहूम डॉक्टर मालिक रहमती, राष्ट्रपति की सुरक्षा टीम के प्रमुख ब्रिगेडियर जनरल मरहूम सैयद महदी मूसवी और हेलीकॉप्टर के क्रूम मेंबर; ब्रिगेडियर जनरल पायलेट मरहूम सैयद ताहिर मुस्तफ़वी, ब्रिगेडियर जनरल मरहूम मोहसिन दरियानूश और सेकन्ड कर्नल फ़्लाइट इंजीनियर मरहूम बहरूज़ क़दीमी को श्रद्धांजलि पेश करने के लिए शनिवार की सुबह तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में मजलिस का आयोजन हुआ, जिसमें इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने शिरकत की। 

मजलिस में अवाम के मुख़्तलिफ़ तबक़ों के हज़ारों लोगों, शहीदों के घर वालों, प्रशासन, न्यायपालिका, और विधिपालिका के प्रमुखों, सिविल और फ़ौजी अधिकारियों, विदेशी मेहमानों ख़ास तौर पर इराक़ के राष्ट्रपति और इस मुल्क के कुछ दूसरे वरिष्ठ अधिकारियों और इसी तरह मुख़्तलिफ़ मुल्कों के राजदूतों ने शिरकत की। इस मजलिस में अंतर्राष्ट्रीय क़ारियों ने क़ुरआन मजीद की तिलावत की और ज़ाकिरों ने अहले बैत अलैहेमुस्सलाम की फ़ज़ीलतों और उन पर पड़ने वाली मुसीबतों का ज़िक्र किया। 

इस मजलिस को हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन रफ़ीई ने ख़ेताब किया और अवाम की सेवा, पाक नीयत और अल्लाह की बारगाह में पैग़म्बरे इस्लाम के परिजनों को तवस्सुल का ज़रिया क़रार देना, हेलीकॉप्टर दुर्घटना के शहीदों की तीन मुख्य ख़ुसूसियत गिनवायीं और कहा कि अल्लाह के वादे के मुताबिक़ जो लोग भला काम और अवाम की सेवा को पाक व सच्ची नीयत से अंजाम देते हैं, अल्लाह उनकी मोहब्बत को लोगों के दिलों में डाल देता है और इस बात को सभी ने इन शहीदों की शानदार शवयात्रा में साफ़ तौर पर देखा।