उन्होंने इस मौक़े पर प्रतिरोधकर्ता फ़ोर्सेज़ और ग़ज़ा के अवाम को इस लम्हे तक जंग के मैदान का फ़ातेह क़रार दिया और कहा कि 6 महीने की इस जंग में ग़ज़ा और फ़िलिस्तीन के अवाम का प्रतिरोध और इज़्ज़त का चरम और ज़ायोनी फ़ौज की हार ऐसा वाक़या है जिसके पीछे अल्लाह का हाथ है।

इस्लामी इंक़ेलाब के नेता ने ग़ज़ा के अवाम के क़त्ले आम के दौरान ज़ायोनी सरकार के अपराधों की ओर इशारा करते हुए कहा कि ज़ायोनी सरकार अपने जंगी साज़ो सामान और दुनिया की ज़ालिम ताक़तों के सपोर्ट के बावजूद, औरतों और बच्चों का क़त्ले आम कर रही है जिससे पता चलता है कि ये सरकार प्रतिरोधकर्ता फ़ोर्सेज़ का मुक़ाबला करने और उन्हें शिकस्त देने की ताक़त नहीं रखती।

उन्होंने फ़िलिस्तीन के इस्लामी जेहाद आंदोलन के महासचिव से कहा कि अल्लाह की कृपा से आप ग़ज़ा के अवाम की निश्चित फ़तह को देखेंगे।

इस मुलाक़ात में फ़िलिस्तीन के इस्लामी जेहाद आंदोलन के महासचिव ज़्याद नख़ाला ने इस्लामी गणराज्य ईरान की ओर से फ़िलिस्तीन को मुसलसल सपोर्ट की सराहना करते हुए शहीद क़ासिम सुलैमानी को श्रद्धांजलि पेश की और कहा कि आज जो कुछ ग़ज़ा में हो रहा है वो हक़ीक़त में कर्बला के वाक़ये जैसा ही है और तमाम कठिनाइयों व साज़िशों के बावजूद ग़ज़ा के अवाम ने प्रतिरोधकर्ता फ़ोर्सेज़ के साथ मिलकर अपनी बेमिसाल दृढ़ता से, प्रतिरोध को ख़त्म करने की अमरीका, ज़ायोनी सरकार और उसके सपोर्टरों की योजनाओं को मिट्टी में मिला दिया।

उन्होंने सभी प्रतिरोधकर्ता फ़ोर्सेज़ ख़ास तौर पर हमास और इस्लामी जेहाद आंदोलन के बीच पूरे समन्वय पर बल देते हुए कहा कि प्रतिरोधकर्ता फ़ोर्सेज़ और ग़ज़ा के अवाम, निश्चित फ़तह तक डटे रहने का संकल्प रखते हैं और अल्लाह की कृपा से निश्चित फ़तह जल्द ही हासिल होगी।