सवालः कभी कभी कारीगर काम करते वक़्त मज़दूरी की बात नहीं करता और काम लेने वाला भी काम के बाद कारीगर की मज़दूरी के मुतालबे को ज़्यादा समझता है और क़ुबूल नहीं करता, ऐसी हालत में क्या हुक्म है?

जवाबः इस हालत में कारीगर को उस काम के लिए जो उसने किया है, सिर्फ़ रायज मज़दूरी तलब करने का ही हक़ है।