सवालः क्या एक बीमार जो मौत के बिस्तर पर पड़ा है अपने माल को (शरीअत के हुक्म के मुताबिक़) बांट सकता है।

जवाबः अगर मानसिक सेहतमंदी के पहलू से फ़ैसला करने की ताक़त पायी जाती है तो कोई हरज नहीं है।