औरत के साथ इज़्ज़त व एहतेराम से पेश आना एक मसला है - कि इस पर ज़रूर ध्यान व ख़ास तवज्जोह देनी चाहिए - औरतों का फ़ैमिली के माहौल में, ऑफ़िस के माहौल में, राजनीति के माहौल में, सामाजिक माहौल में रवैया, एक मुद्दा है; औरतों के साथ रवैया भी एक मुद्दा है। औरतों के साथ रवैये का मर्दों से तअल्लुक़ है; चाहे घर के मर्द-जैसे माँ-भाई और शौहर चाहे ऑफ़िस में साथ में काम करने वाले, जो रवैया अपनाते हैं। औरत के साथ एहतेराम, मोहब्बत, शराफ़त और पाकीज़गी भरा रवैया होना चाहिए। इसलिए औरत की इज़्ज़त भी, औरत का फ़रीज़ा भी और औरत के संबंध में ज़िम्मेदारियों को अलग अलग पहलुओं से देखना, उस पर ध्यान देना और इस बारे में मंसूबा बनाना ज़रूरी है।

इमाम ख़ामेनेई

01/05/2013