इमाम ख़ामेनेई ने 31 मार्च 2025 को कहा था कि प्रमुख हस्तियों की हत्या ज़ायोनी शासन का रोज़मर्रा के कामों में से एक है और अमरीका और कुछ पश्चिमी सरकारें इन अपराधों का समर्थन करती हैं। इसी संबंध में, ऐसी कुछ अहम हस्तियों का परिचय कराया जा रहा है जो इस सरकारी आतंकवाद का शिकार बनी हैं।
आज आप रेज़िस्टेंस के मोर्चे का एक भाग बन गए हैं और आपने अपनी सरकार के निर्दयी दबाव के बावजूद, जो खुलकर क़ाबिज़ व बेरहम ज़ायोनी सरकार का साथ दे रही है, एक शरीफ़ाना जद्दोजहद शुरू की है।
अमरीकी स्टूडेंट्स के नाम इमाम ख़ामेनेई के ख़त का एक हिस्सा
25 मई 2024
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से मुलाक़ात में इस्लामी क्रांति के नेता:
इस्लामी क्रांति के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने सोमवार 26 मई 2025 की शाम पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ और उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल से मुलाक़ात में इस्लामी जगत में पाकिस्तान की विशेष पोज़ीशन की तरफ़ इशारा करते हुए, ग़ज़ा में ज़ायोनी शासन के अपराधों को रुकवाने के लिए ईरान व पाकिस्तान की साझा व प्रभावी गतिविधियों की ज़रूरत पर ज़ोर दिया।
हमें आशा है कि ईरानी राष्ट्र और मोमिन क़ौमें, इंशा अल्लाह फ़िलिस्तीन पर हमला करने वालों और फ़िलिस्तीन पर क़ब्ज़ा करने वालों पर फ़िलिस्तीन की जीत के दिन को अपनी आंखों से देखेंगी।
आज दुनिया में राष्ट्रों के ख़िलाफ़ जो शत्रुतापूर्ण नीतियां अपनाई जा रही उनमें फ़िलिस्तीन से संबंधित मुद्दों को भुलाने का प्रयास किया जाता है। पूरी दुनिया को इसके ख़िलाफ़ खड़ा होना चाहिए।