इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने आज मंगलवार की सुबह न्यायपालिका प्रमुख, अधिकारियों और कर्मचारियों के एक समूह से मुलाक़ात में अवाम के लिए क़ानूनी दायरे में आज़ादी को मुहैया करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि संविधान के साफ़ लफ़्ज़ों के मुताबिक़ अवाम को वे सभी आज़ादियां मुहैया कराई जाएं जिनकी शरीअत ने इजाज़त दी है, अलबत्ता सत्ताधारी हल्क़े आम तौर पर इन आज़ादियों में रुकावट डालते हैं, इसलिए न्यायपालिका को इस संबंध में अपनी ज़िम्मेदारियों पर अमल करना चाहिए।