पिछले बरसों की तरह इस साल भी रमज़ान मुबारक के पहले दिन आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई की मौजूदगी में पवित्र कुरआन से लगाव शीर्षक के तहत कार्यक्रम आयोजित होगा।
अगर औरतों को क़ुरआन से लगाव हो जाए तो समाज की बहुत सी मुश्किलें हल हो जाएंगी, इंशाअल्लाह क़ुरआन पर रिसर्च करने वाली महिलाओं की ट्रेनिंग के अज़ीम क़दम की बरकत से हमारे समाज का मुस्तक़बिल आज से कहीं ज़्यादा क़ुरआनी हो जाएगा।
इमाम ख़ामेनेई
20 अक्तूबर 2009