हज़रत इमाम ज़माना अलैहिस्सलाम का सबसे अहम मिशन है ज़मीन को इंसाफ़ से भर देना। इस अज़ीम हस्ती की ज़िम्मेदारी है इंसाफ़ क़ायम करना। बहुत सी रवायतों में, दुआओं में और ज़ियारतों में इस हक़ीक़त की तरफ़ इशारा है, इंसाफ़। यह बड़ा अज़ीम मक़सद है जो हज़रत इमाम ज़माना की आस्तीन से बाहर आने वाले दस्ते क़ुदरते ख़ुदावंदी से ही पूरा हो सकेगा। हज़रत के हाथों जिस इंसाफ़ के क़ायम होने का इंतेज़ार है वह किसी ख़ास मैदान तक सीमित इंसाफ़ नहीं है। वह ज़िंदगी के तमाम मैदानों में क़ायम होने वाला इंसाफ़ है। ताक़त में इंसाफ़, दौलत में इंसाफ़, सुरक्षा में इंसाफ़, वेक़ार और प्रतिष्ठा में इंसाफ़, सामाजिक मरतबे और पोज़ीशन में इंसाफ़, रूहानियत और उत्थान की संभावनाओं में इंसाफ़, ज़िंदगी के तमाम मैदानों में इंसाफ, यह वो चीज़ें हैं जिनके बारे में इंतेज़ार है कि हज़रत इमाम ज़माना अलैहिस्सलाम के हाथों इस दुनिया में अंजाम पाएंगी। इंशाअल्लाह परवरदिगार के करम से यह ज़रूर होगा।
इमाम ख़ामेनेई
9 अप्रैल 2020