बिसमिल्लाह-अर्रहमान-अर्रहीम
मैंने बड़ी दिलचस्पी और शौक़ से, यह हैरतअंगेज़ किताब पढ़ी और अपनी आंखों ‎और दिल को पवित्र किया। इस किताब में हर चीज़ उत्तम है, प्रस्तुति उत्तम, ‎प्रस्तुतकर्ता उत्तम, लिखाई ज़बरदस्त, किताब का संकलन उत्तम और शहीद और ‎उसकी मां पर इमाम हुसैन की नज़र अति उत्तम ... देश, राष्ट्र और क्रांति के ‎लिए इन चीज़ों से बड़ी कोई आध्यात्मिक पूंजी नहीं है। एक और मूल्यवान पूंजी, ‎कोमल और मुंहबोलती लेखन शैली है जो इस ममता और प्यार भरी कहानी के ‎लिए ज़रूरी थी।
‎28 फ़रवरी 2021‎
‎-लेखिका (2) का सही अर्थों में शुक्रिया अदा किया जाना चाहिए।

‎(1)‎    शहीद मुहम्मद मेमारियान की मां अशरफ़ सादात मुंतज़ेरी के जीवन ‎की तसवीर पेश करने वाली किताब
‎(2)‎    लेखिकाः अकरम इस्लामी