आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने एक शहीद की मां की जीवनी बयान करने वाली किताब “तनहा गिरये कुन” (अकेले आंसू बहाओ) (1) किताब की प्रस्तावना लिखी है।
बिसमिल्लाह-अर्रहमान-अर्रहीम
मैंने बड़ी दिलचस्पी और शौक़ से, यह हैरतअंगेज़ किताब पढ़ी और अपनी आंखों और दिल को पवित्र किया। इस किताब में हर चीज़ उत्तम है, प्रस्तुति उत्तम, प्रस्तुतकर्ता उत्तम, लिखाई ज़बरदस्त, किताब का संकलन उत्तम और शहीद और उसकी मां पर इमाम हुसैन की नज़र अति उत्तम ... देश, राष्ट्र और क्रांति के लिए इन चीज़ों से बड़ी कोई आध्यात्मिक पूंजी नहीं है। एक और मूल्यवान पूंजी, कोमल और मुंहबोलती लेखन शैली है जो इस ममता और प्यार भरी कहानी के लिए ज़रूरी थी।
28 फ़रवरी 2021
-लेखिका (2) का सही अर्थों में शुक्रिया अदा किया जाना चाहिए।
(1) शहीद मुहम्मद मेमारियान की मां अशरफ़ सादात मुंतज़ेरी के जीवन की तसवीर पेश करने वाली किताब
(2) लेखिकाः अकरम इस्लामी