इंतेज़ार के मसले में जाहेलाना बातों से परहेज़ किया जाए 

इंतेज़ार के मसले में जाहेलाना बातों से परहेज़ किया जाए 

इंतेज़ार के मसले में बहुत बारीकी के साथ साइंटिफ़िक तरीक़े से काम करने की ज़रूरत है। इस सिलसिले में प्रचलित जाहेलाना बातों से सख़्ती से परहेज़ करना चाहिए क्योंकि इन बातों से इमाम महदी होने का झूठा दावा करने वालों के लिए रास्ता समतल होता है।  इमाम ख़ामेनेई  09/07/2011
अगर सचमुच इंतेज़ार कर रहे हैं तो... 

अगर सचमुच इंतेज़ार कर रहे हैं तो... 

इंतेज़ार का तक़ाज़ा यह है कि इंसान ख़ुद को उसी हालत में ढाले और वही अख़लाक़ व अंदाज़ अख़्तियार करे जो उस ज़माने के लिए मुनासिब है जिसका उसे इंतेज़ार है। हमें चाहिए कि न्याय को सपोर्ट करें, ख़ुद को हक़ के सामने समर्पित रहने के लिए तैयार करें। इंतेज़ार इस तरह की हालत पैदा कर देता है।   इमाम ख़ामेनेई  09/07/2011
इमाम महदी की मिसाल एक एतेबार से हज़रत यूसुफ़ जैसी

इमाम महदी की मिसाल एक एतेबार से हज़रत यूसुफ़ जैसी

कुछ रवायतों में इमाम महदी को हज़रत यूसुफ़ जैसा कहा गया है कि उनके भाई उन्हें देख रहे थे, हज़रत यूसुफ़ उनके सामने थे, उनके क़रीब जाते थे लेकिन वे उन्हें नहीं पहचान पाते थे। इमाम महदी अलैहिस्सलाम का वजूद इस तरह नुमायां, स्पष्ट और हौसला देने वाली हक़ीक़त है। इमाम ख़ामेनेई 09/07/2011
इमाम महदी के ज़ाहिर होने का अक़ीदा सभी मतों में मौजूद है

इमाम महदी के ज़ाहिर होने का अक़ीदा सभी मतों में मौजूद है

इस्लाम में इमाम महदी अलैहिस्सलाम से संबंधित अक़ीदा पूरी तरह मान्य अक़ीदों में है। सभी इस्लामी मतों का यह मानना है कि अंततः दुनिया में इमाम महदी के हाथों न्याय व इंसाफ़ का राज क़ायम होगा। इमाम ख़ामेनेई 09/07/2011
अगर इमाम महदी के ज़ाहिर होने का अक़ीदा न होता तो पैग़म्बरों का संघर्ष बेकार हो जाता

अगर इमाम महदी के ज़ाहिर होने का अक़ीदा न होता तो पैग़म्बरों का संघर्ष बेकार हो जाता

अगर इमाम महदी के प्रकट होने का अक़ीदा न हो तो इसका मतलब यह होगा कि पैग़म्बरों की सारी कोशिशें, यह सत्य की ओर दावत, ये पैग़म्बरों का भेजा जाना, ये सबके सब बेकार की कोशिश थी, बेफ़ायदा थी। इमाम ख़ामेनेई 09/07/2011
इमाम महदी के ज़ाहिर होने के ज़माने में उच्च पाकीज़ा लक्ष्यों की ओर सफ़र आसान होगा

इमाम महदी के ज़ाहिर होने के ज़माने में उच्च पाकीज़ा लक्ष्यों की ओर सफ़र आसान होगा

इंसानियत ने इन गुज़री हुयी सदियों के दौरान पैग़म्बरों की शिक्षाओं के प्रभाव में जो कुछ किया है वह हक़ीक़त में उस राजमार्ग की ओर बढ़ने की कोशिश है जो इमाम महदी अलैहिस्सलाम -अल्लाह उन्हें जल्द से जल्द ज़ाहिर करे- के ज़ाहिर होने के ज़माने में इंसानियत को उच्च लक्ष्यों की ओर ले जाएगी। इमाम ख़ामेनेई 09-07-2011
इमाम महदी का ज़माना अल्लाह के पैग़म्बरों के ख़्वाबों के साकार होने का ज़माना

इमाम महदी का ज़माना अल्लाह के पैग़म्बरों के ख़्वाबों के साकार होने का ज़माना

इमाम महदी अलैहिस्सलाम के प्रकट होने का अक़ीदा जिस चीज़ की ख़ुशख़बरी देता है वह वही चीज़ है जिसके लिए सभी पैग़म्बर व ईश्वरीय दूतों को नियुक्त किया गया। यह मुख्य लक्ष्य है। इंसान का अल्लाह की ओर से दी गयी सभी सलाहियतों को इस्तेमाल करते हुए इंसाफ़ की बुनियाद पर तौहीद के अक़ीदे वाले समाज का गठन करना है। इमाम ख़ामेनेई 09/07/2011
वह रौशनी जो ज़मीन को आसमान से जोड़ती है

वह रौशनी जो ज़मीन को आसमान से जोड़ती है

पैग़म्बरे इस्लाम सल्लललाहो अलैहि वआलेही वसल्लम के अहलेबैत अलैहेमुस्सलाम से एक चमकता हुआ सूरज अल्लाह की कृपा और उसके इरादे से ज़मीन पर मौजूद है। उनके वजूद की बरकतें और उनके वजूद से निकलने वाला प्रकाश, आज भी इंसान तक पहुंच रहा है। इमाम ख़ामेनेई 24/11/1999
इमाम महदी को उनके नाम और ख़ुसूसियतों से पहचानना हमारी विशिष्टता

इमाम महदी को उनके नाम और ख़ुसूसियतों से पहचानना हमारी विशिष्टता

शियों की यह विशिष्टता है कि वे सभी ईश्वरीय धर्मों की ओर से निश्चित तौर पर मान्य इस अल्लाह के वादे को इसके नाम, ख़ूबियों, ख़ुसूसियतों और पैदाइश की तारीख़ के साथ पहचानते हैं। इमाम ख़ामेनेई 24/11/1999
पसंदीदा ज़िंदगी का आग़ाज़ इमाम महदी अलैहिस्सलाम के ज़ाहिर होने के बाद होगा

पसंदीदा ज़िंदगी का आग़ाज़ इमाम महदी अलैहिस्सलाम के ज़ाहिर होने के बाद होगा

इंसान की अस्ली और पसंदीदा ज़िंदगी, हज़रत इमाम महदी अलैहिस्सलाम के ज़ाहिर होने के वक़्त से शुरू होगी। इंसानियत लगातार रास्ता तय कर रही है ताकि राजमार्ग तक पहुंच सके, यह राजमार्ग, इमाम महदी अलैहिस्सलाम का ज़माना है, हज़रत इमाम महदी अलैहिस्सलाम के ज़ाहिर होने का ज़माना है। हक़ीक़त में इंसान की अस्ल और पसंदीदा ज़िंदगी इस राजमार्ग से शुरू होगी और इंसानियत उस वक़्त एक रास्ते पर आएगी और वह रास्ता सीधा रास्ता है जो उसे पैदाइश की मंज़िल तक पहुंचाएगा। इमाम ख़ामेनेई 11/06/2014