इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने बुधवार की सुबह फ़ार्स प्रांत के 15 हज़ार शहीदों को श्रद्धांजलि पेश करने की कान्फ़्रेंस की प्रबंधन कमेटी के सदस्यों से तेहरान में मुलाक़ात में क्षेत्र के वाक़यों और रेज़िस्टेंस मोर्चे की दृढ़ता व संघर्ष को इलाक़े के भविष्य और इतिहास में बदलाव का सबब बताया और 50 हज़ार से ज़्यादा बेक़ुसूर इंसानों के नरसंहार के बावजूद रेज़िस्टेंस को ख़त्म करने में ज़ायोनी सरकार की शिकस्त पर बल देते हुए पश्चिमी सभ्यता और पश्चिमी अधिकारियों की रुसवाई को ज़्यादा बड़ी शिकस्त क़रार दिया और कहा कि शैतानी मोर्चे के मुक़ाबले में जीत रेज़िस्टेंस के मोर्च की हुई है।