ज़ायोनी हुकूमत आकर खेत और रिहाइशी मकान को बुल्डोज़र से तबाह कर देती है कि वहां कॉलोनी बनाए। फ़िलिस्तीनी उस घर को बचा रहा है जो उससे छीन लिया गया है। वह आतंकवादी हो गया? आतंकवादी तो वह है जो उन पर बमबारी कर रहा है।
पश्चिमी हुकूमतों ने अपने फ़रीज़े पर अमल नहीं किया। किसी ने ज़बानी कोई बात कह दी। लोगों के सपोर्ट में लेकिन अमली तौर पर न सिर्फ़ यह कि उन्होंने रोका नहीं बल्कि उनमें ज़्यादातर ने मदद भी की।
ख़ुद दुष्ट हुकूमत ने जो सिर से पैर तक घटिया हरकतों, दुष्टता और ग़लती से भरी हुयी है
एक और ग़लती अपनी ग़लतियों में बढ़ा ली और वो सीरिया में ईरान की काउंसलेट पर हमला था।
इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने बुधवार 10 अप्रैल 2024 की सुबह मुल्क के आला अधिकारियों, तेहरान में नियुक्त इस्लामी देशों के राजदूतों और अवाम के विभिन्न वर्गों की एक तादाद से मुलाक़ात की।