8 मुहर्रम 1445 हिजरी क़मरी में तेहरान के इमाम ख़ुमैनी इमामबाड़े में मजलिस बरपा हुई जिसमें रहबरे इन्क़ेलाब आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई भी शरीक हुए। इस मौक़े पर हुज्जतुल इस्लाम वलमुसलेमीन मसऊद आली ने हज़रत अब्बास अलैहिस्सलाम की शख़्सियत, उनकी सूझबूझ और वक़्त की पहचान के बारे में बात की। KHAMENEI.IR वेब साइट की तरफ़ से उनकी इस तक़रीर का सारांश पेश किया जा रहा है।