बच्चों को प्रतिरोध का महत्व मालूम होना चाहिए। प्रतिरोध करने वाली क़ौम क्या है? यानी वह क़ौम जो ग़ुडा टैक्स की मांग नहीं मानती। #प्रतिरोध देश की मुश्किलों की अकसीर है। क़ौम के अंदर सीना ज़ोरी का मुक़ाबला करने की ताक़त होनी चाहिए। यह चीज़ बचपन से हमारे वुजूद में बिठा दी जानी चाहिए।
इमाम ख़ामेनेई
11 मई 2022
ज़ायोनियों के क़दम जहां भी पड़ते हैं वे करप्शन फैलाते हैं और वे दूसरे देशों को किसी तरह की ताक़त और फ़ायदा नहीं पहुंचा सकते। इसलिए हम क्षेत्रीय देशों को चाहिए कि जहां तक मुमकिन हो आपसी सहयोग और समन्वय से अपने रिश्तों को मज़बूत करें।
इमाम ख़ामेनेई
11 मई 2022
#सीरिया से सहयोग बढ़ाने के सिलसिले में #ईरान की सरकार के जज़्बे और पुख़्ता इरादे के मद्देनज़र यह कोशिश होनी चाहिए कि दोनों देशों के रिश्ते अतीत से ज़्यादा बुलंदियों पर पहुंचें।
इमाम ख़ामेनेई
8 मई 2022
फ़िलिस्तीन मज़लूम भी है और ताक़तवर भी। मैंने कई साल पहले यही बात ईरान के सिलसिले में कही थी। आज फ़िलिस्तीन वाक़ई ताक़तवर बन चुका है। फ़िलिस्तीनी नौजवान फ़िलिस्तीन का विषय भुला दिए जाने का मौक़ा नहीं दे रहे हैं। दुश्मन के अपराधों के सामने डटकर खड़े हैं।
क़ुम में 19 दय 1356 हिजरी शमसी बराबर 9 जनवरी 1978 के आंदोलन की बरसी पर सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने हज़रत मासूमा के रौज़े में एकत्रित लोगों को वीडियो लिंक के माध्यम से संबोधित किया।
इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर ने नर्स डे के उपलक्ष्य में नर्सेज़ और मेडिकल विभाग के शहीदों के घर वालों से मुलाक़ात में हज़रत ज़ैनब सलामुल्लाह अलैहा की शख़सियत के कुछ अहम पहलुओं पर रौशनी डाली है। इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर ने नर्स डे के उपलक्ष्य में नर्सेज़ और मेडिकल विभाग के शहीदों के घर वालों से मुलाक़ात में कहा है कि हज़रत ज़ैनबे कुबरा सलामुल्लाह अलैहा ने पूरी तारीख़ और पूरी दुनिया को, औरत की महान आत्मिक व बौद्धिक योग्यता दिखाने में सफलता हासिल की। हज़रत ज़ैनब ने दो बिंदु दिखाए। एक बिंदु यह कि औरत, सब्र और सहनशीलता का एक महासागर हो सकती है और दूसरे यह कि औरत बुद्धिमत्ता और युक्ति की एक ऊंची चोटी बन सकती है।
ईरान के ईलाम प्रांत के शहीदों पर सेमीनार का आयोजन करने वाली कमेटी के सदस्यों ने 21 नवम्बर 2021 को इस्लामी क्रांति के लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई से मुलाक़ात की। तेहरान की इमाम ख़ुमैनी इमाम बारगाह में होने वाली इस मुलाक़ात में सर्वोच्च नेता ने ईलाम प्रांत, शहीद और शहादत के विषय पर महत्वपूर्ण बिंदु बयान किए और अहम निर्देश दिए। सुप्रीम लीडर की यह स्पीच 2 दिसम्बर 2021 को सेमीनार स्थल पर जारी की गई।
पैग़म्बरे इस्लाम और हज़रत इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम के शुभ जन्म दिवस के अवसर पर इस्लामी एकता सम्मेलन के मेहमानों और देश के उच्चाधिकारियों से आयतुल्लाह ख़ामेनई की मुलाक़ात