क़ुम में तराना पेश करने वाली टीम के सारे सदस्यों की शहादत आठ वर्षीय जंग का बड़ा अहम वाक़या था। नई उम्र के बच्चे तराना पेश कर रहे थे, (अमरीका समर्थित) सद्दाम हुकूमत के विमान आकर बमबारी कर देते हैं और तक़रीबन सारे लोग शहीद हो जाते हैं।
इमाम ख़ामेनेई
17 नवम्बर 2022
अमरीका ने तालेबान को ख़त्म करने के लिए #अफ़ग़ानिस्तान पर हमला किया। फिर बीस साल बाद अफ़ग़ानिस्तान को तालेबान के हवाले करके बाहर निकल गया। इसका क्या मतलब है? यही तो अंदाज़े की ग़लती है।
इमाम ख़ामेनेई
2 नवम्बर 2022
हमारे साइंटिस्ट और इंटलेक्चुअल जिस मैदान में भी उतरे, उसमें उन्होंने ऐसा काम किया कि दुनिया के इल्मी व साइंसी हल्क़ों ने उनकी तारीफ़ की।यह मैं इसलिए कह रहा हूँ कि आप लोग जो मुमताज़ सलाहियत के लोग हैं, अपनी क़द्र समझें, जो लोग बाहर बैठे हुए हैं, वे आपकी क़द्र समझें, मैं तो आपका बहुत बड़ा क़द्रदान हूं, अल्लाह करे कि हम आपकी कुछ मदद कर सकें।
इमाम ख़ामेनेई
19 अक्तूबर 2022
सेक्युरिटी इंस्टीट्यूशन्स और जुडीशियरी से लेकर वैचारिक और तबलीग़ी काम करने वाले लोग और अज़ीज़ अवाम तक सब उस धड़े के ख़िलाफ़ मुत्तहिद हो जाएं जो इंसानों की जानों, सलामती और मुक़द्दस जगहों को अहमियत नहीं देता और उनका अपमान करता है।
इमाम ख़ामेनेई
27 अक्तूबर 2022
मुल्क की तरक़्क़ी का एक अहम स्तंभ युनिवर्सिटी है। दुश्मन जिस क़द्र युनिवर्सिटियों को मुअत्तल और कमज़ोर कर सकेंगे, तरक़्क़ी के दुश्मनों के लिए उतना ही अच्छा है। युनिवर्सिटी इम्पेरियल ताक़तों की राह में सबसे बड़ी रुकावट है।
इमाम ख़ामेनेई
19 अकतूबर 2022
मुराद इस्लामी उम्मत के हितों की हिफ़ाज़त में एकता है। इस्लामी उम्मत के हित क्या हैं, किस से दुश्मनी और किस से दोस्ती रखना है, इस बारे में आपसी बातचीत से सहमति बने। इससे मुराद हैः साम्राज्यवाद की साज़िशों के मुक़ाबले में एकजुट कोशिश।
इमाम ख़ामेनेई
12 अकतूबर 2022
ईरान में हालिया हंगामे करवाने का दुश्मन का मंसूबा उस पर छायी मायूसी का नतीजा है, कोई ख़ास पहल नहीं। ईरानी क़ौम ने बहुत कम वक़्त में कुछ बड़े काम अंजाम दिए जो विश्व साम्राज्यवाद की पालीसियों के बिल्कुल ख़िलाफ़ हैं। इसलिए वह रिएक्शन दिखाने पर मजबूर हुए।
इमाम ख़ामेनेई
12 अकतूबर 2022
यह बड़ी अहम बात है कि मोमिन ईरानी खिलाड़ी जीत मिलने के बाद नाज़ व नख़रे दिखाने के बजाए ज़मीन पर सर रखता है और अल्लाह का सजदा बजा लाता है।
इमाम ख़ामेनेई
11 सितम्बर 2022
200 साल से पश्चिम यही कह रहा है कि औरत अख़लाक़ी, दीनी और लेबास की क़ैद से अगर आज़ाद न हो तो तरक़्क़ी नहीं कर पाएगी। इल्मी, समाजी और सियासी मक़ाम पर नहीं पहुंच पाएगी। ईरानी महिलाओं ने इसे ग़लत साबित किया। अहम और संवेदनशील केन्द्रों में महिला वैज्ञानिक योगदान दे रही हैं।
इमाम ख़ामेनेई
27 जुलाई 2022
ईरान का स्टैंड सीरिया पर फ़ौजी कार्यवाही का विरोध और उसकी रोकथाम पर ताकीद है। सीरिया के तअल्लुक़ से एक और अहम मसला पूर्वी फ़ुरात के उपजाऊ और तेल संपन्न इलाक़े पर अमरीकियों का क़ब्ज़ा है और उन्हें इस इलाक़े से बेदख़ल करके इस मसले को हल किया जाना चाहिए।
इमाम ख़ामेनेई
19 जुलाई 2022
सीरिया के उत्तरी इलाक़ों पर हमला सीरिया, तुर्की और पूरे इलाक़े के लिए नुक़सानदेह और आतंकियों के लिए फ़ायदेमंद होगा और यह कार्यवाही हुई तो सीरिया की तरफ़ से अपेक्षित राजनैतिक प्रक्रिया भी अमली जामा नहीं पहन सकेगी।
इमाम ख़ामेनेई
19 जुलाई 2022
रहबरे इंक़ेलाबे इस्लामी आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने अपने हज के संदेश में एकता व रूहानियत को हज के दो बुनियादी स्तंभ और इस्लामी उम्मत की इज़्ज़त व सआदत के दो अहम कारक बताया और इस्लामी जागरूकता व आत्म विवेक के फैलाव और प्रतिरोध के आश्चर्यचकित कर देने वाले कारक के सामने आने के रौशन नतीजों पर ज़ोर देते हुए कहाः घमंडी पश्चिम हमारे संवेदनशील इलाक़े और हालिया दिनों में पूरी दुनिया में दिन ब दिन कमज़ोर हुआ है लेकिन दुश्मन की चालों की तरफ़ से एक पल के लिए भी ग़ाफ़िल नहीं रहना चाहिए और अपनी कोशिश, जागरूकता, आशा और आत्म विश्वास में, जो भविष्य के निर्माण के लिए सबसे बड़ी पूंजी है, इज़ाफ़ा करते रहना चाहिए।
रहबरे इंक़ेलाबे इस्लामी का पैग़ामे हज, मुशरेकीन से बराअत के प्रोग्राम में, हज व ज़ियारत के मामलों में उनके प्रतिनिधि और ईरानी हाजियों के सरपरस्त हुज्जतुल इस्लाम वल मुसलेमीन नव्वाब ने मैदाने अरफ़ात में पढ़ कर सुनाया।
दुश्मनों ने इन चार दशकों में हमारी कमज़ोरियों और ख़ामियों से बड़ी उम्मीद लगा रखी थी लेकिन उन्हें बार बार मायूसी हाथ लगी। उनकी मुश्किल यह रही कि इस मायूसी की बुनियादी वजह उनकी समझ में नहीं आई। दुश्मन समझ ही न सके कि दुनिया में राजनैतिक समीकरणों और संबंधों के अलावा कुछ दूसरे समीकरण और संबंध भी मौजूद हैं और वो अल्लाह के क़ानून हैं।
इमाम ख़ामेनेई
28 जून 2022
दीन इत्तेहाद का सबब है, प्रगति का कारण है, त्याग और बलिदान की वजह है। दीन के जज़्बे ने क़बीलों को इस अंदाज़ से मैदानों में एक दूसरे के साथ ला खड़ा किया। जातीय फ़र्क़ वग़ैरा को जुदाई की वजह नहीं बनने दिया, मतभेद पैदा नहीं होने दिया
इमाम ख़ामेनेई
21 जून 2022
दूसरे मुल्कों की स्वाधीनता और संप्रभुता अमरीका व पश्चिम के निशाने परअमरीका और पश्चिमी देश, पूर्वी और पश्चिमी एशिया समेत अलग-अलग इलाक़ों में अपने रसूख़ का दायरा बढ़ाने और दूसरे मुल्कों की स्वाधीनता और संप्रभुता पर हमला करने की कोशिश में लगे रहते हैं।
#यूक्रेन
#UKRAINE
इमाम ख़ामेनेई
19 जून 2022
ईरान और तुर्कमनिस्तान के बीच रिश्तों में विस्तार और गहराई पैदा करना पूरी तरह दोनों मुल्कों के हित में है और पड़ोसी देशों से दोस्ताना रिश्तों को मज़बूत बनाना इस्लामी गणराज्य ईरान की पालीसी है।
इमाम ख़ामेनेई
15 जून 2022